नोएडा में प्रशासन के द्वारा पार्क में खुले में नमाज पढ़ने से रोकने के बाद इस मामले पर विवाद बढ़ता जा रहा है।
ओवैसी ने इस मामले पर योगी सरकार पर हमला किया है और कहा कि यह वही सरकार है जो कांवड़ियों के रास्ते में हेलीकॉप्टर से फूल बरसाती है।
वहीं विश्व हिंदू परिषद ने प्रशासन के इस कदम का स्वागत किया है। संगठन का कहना है कि अगर देश को सीरिया बनने से रोकना है तो मुस्लिम समुदाय के द्वारा खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगानी होगी।
विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त सहसचिव डॉ सुरेंद्र जैन ने अमर उजाला से कहा कि मुस्लिम समुदाय में खुले में नमाज पढ़ना शक्ति प्रदर्शन का तरीका है। वे अपने घरों में, मस्जिद-दरगाह में कहीं भी नमाज पढ़ें किसी को कोई आपत्ति नहीं है।
लेकिन खुले में इस तरह से नमाज पढ़ना एक शक्ति प्रदर्शन का तरीका है जिस पर लगाम लगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में पहले मुस्लिमों ने पालमविहार में नमाज पढ़ना शुरु किया था, लेकिन कुछ ही दिन बाद उन्होंने उसे वक्फ बोर्ड की संपत्ति बता दी और उस पर मस्जिद बनाने की कोशिश की।
लेकिन पालम विहार के निवासियों की वजह से ऐसा नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि नमाज पढ़ना उनके द्वारा जमीन कब्जा करने और दूसरे धर्म के लोगों को आतंकित करने का तरीका होता है जिस पर लगाम लगनी चाहिए।
@एजेंसी