आणंद- गुजरात के आणंद जिले के पंडोली गांव में एक कबूतर मिला है जिसके पैर में टैग और नंबर लिखे और पंख के अंदर कोई चित्र भी है। हवा में उड़ता यह कबूतर मिल आने की घटना को लेकर क्षेत्र में सनसनी फ़ैल गई है। कयास लगाया जा रहा है कि इस कबूतर का कोई जासूसी के लिए उपयोग किया गया होगा। क्योंकि पूर्व में भी गुजरात में इस तरह के कभुतर मिले हैं जिसके पैरों में इलेक्ट्रॉनिक चीप लगी थी। इसी शंका को लेकर पुलिस ने जाँच शुरू की है। लेकिन कबूतर की एफ एस एल जाँच में कुछ पता चल नहीं पाया है।
जानकारी अनुसार पंडोली गांव निवासी राजूभाई सोलंकी ने अपने घर के पास एक रहस्यमय कबूतर देखा जिस के पैर पर पिले रंग की पट्टी लगी हुई थी ,जिस से कबूतर घायल हुआ समझकर राजूभाई कबूतर को वेटरनरी अस्पताल ले गए। जहां वेटरनरी डॉक्टर की जाँच में इस रहस्यमय कबूतर के पांव पर पिले रंगकी पट्टी और दोनों पांव पर टैग लगी हुई थी, दाहिने पाव की टैग पर ०९२१ /३५७८६७ और बाएं पांव की टैग पर पीपीए २०१६ ६२४३१ लिखा हवा था। और कबूतर की दाहिनी पंख पर कोई अज्ञात भाषा में लिखा हुआ और किसी प्रकार का चित्र बना दिख रहा था। जिससे पशु चिकित्सक डॉ. दसरथभाई को शक हुआ तो उन्होंने तुरंत पेटलाद ग्राम्य पोलिस थाने जानकारी दी। जिस पर पुलिस उप निरीक्षक विजय चौहान मोके पर पहुंचे और कबूतर का एफएसएल अधिकारी के पास जाँच करवाई गई। जिस में कबूतर स्वस्थ पाया गया और किसी जख्म के कोई निशान मिल नहीं पाए। साथ कोई चिप या कोई अन्य चीज मिल नहीं पाई ,जिससे कबूतर के जरिये जासूसी होने की पुष्टि हो।
पुलिस ने तो फ़िलहाल कबूतर को वन विभाग के हवाले किया है। पुलिस का मानना है कि खाड़ी के देशो में कबूतर की दौड़ आयोजित होती है, और कबूतर की शिनाख्त के लिए कबूतर के पैर मेंटैग लगाए जाते है। ये रहस्यमय कबूतर शायद दौड़ में लगाया गया हो। और अन्य कबूतरों से भटक आ गया हो।
रिपोर्ट- @बुरहान पठाण