मुंबई- घरेलू उपकरण बनाने वाली कंपनी वीडियोकॉन ने शिवसेना को फायदा पहुंचाया है। इस कंपनी का मुंबई में हेडक्वॉर्टर है और इसने पार्टी को 5 बिलियन डॉलर दान के रूप में दिए हैं। इसकी जानकारी शिवसेना ने इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया को दी है।
2015-16 वित्त वर्ष में शिवसेना को कुल 86 करोड़ 84 लाख रुपए कॉर्पोरैट और गैर कॉर्पोरेट संस्थाओं से बतौर दान मिले। इनमें से जो सबसे चौंकाने वाली रकम थी, वह वीडियोकॉन कंपनी की रही।
2015-16 वित्त वर्ष में शिवसेना को कुल 86 करोड़ 84 लाख रुपए कॉर्पोरैट और गैर कॉर्पोरेट संस्थाओं से बतौर दान मिले। इनमें से जो सबसे चौंकाने वाली रकम थी, वह वीडियोकॉन कंपनी की रही।
शिवसेना का राज्यसभा में तीन बार प्रतिनिधित्व करने वाले मशहूर उद्योगपति राजकुमार धूत वीडियोकॉन के नियंत्रक हैं। उन्होंने कुल 85 करोड़ की रकम शिवसेना को दान कर दी।
2015-16 वित्त वर्ष में शिवसेना को कुल 86 करोड़ 84 लाख रुपए कॉर्पोरैट और गैर कॉर्पोरेट संस्थाओं से बतौर दान मिले। इनमें से जो सबसे चौंकाने वाली रकम थी, वह वीडियोकॉन कंपनी की रही।
वीडियोकॉन ने पिछले साल भी दान किया था लेकिन तब यह महज 2 करोड़ 83 लाख रुपए ही था। इस साल कंपनी ने शिवसेना के दान अनुपात को अन्य पार्टियों के मुकाबले कहीं ज्यादा बढ़ा दिया।
वीडियोकॉन ने शरद पवार की एनसीपी को भी 25 लाख रुपए दान किए हैं। दान संबंधी स्टेटमेंट इलेक्शन कमिशन की वेबसाइट पर मौजूद है।
इनकम टैक्स ऐक्ट क सेक्शन 139 के मुताबिक, शिवसेना सेक्रेटरी और राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई ने 2015-16 वित्त वर्ष का पूरा ब्योरा इलेक्शन कमिशन को सौंपा है।
2015-16 वित्त वर्ष में शिवसेना को कुल 86 करोड़ 84 लाख रुपए कॉर्पोरैट और गैर कॉर्पोरेट संस्थाओं से बतौर दान मिले। इनमें से जो सबसे चौंकाने वाली रकम थी, वह वीडियोकॉन कंपनी की रही।
इसमें कॉर्पोरेट और गैर कॉर्पोरेट से मिलने वाले दान का डिटेल दिया गया है। देसाई का बयान इलेक्शन कमिशन की वेबसाइट पर मौजूद है।
एक तरफ जहां कांग्रेस, एनसीपी और कई क्षेत्रीय पार्टियों ने अपने दान का ब्योरा सामने रखा है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने अबतक दान देने वालों की लिस्ट का खुलासा नहीं किया है। कांग्रेस ने 22 करोड़, एनसीपी ने 71 लाख 78 हजार रुपए बतौर दान हासिल किए हैं। [एजेंसी]