कानपुर। उत्तर प्रदेश कानपुर के कुख्यात अपराधी और हाल ही में आठ पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाला विकास दुबे आज सुबह पुलिस की मुठभेड में पुलिस ने मारा गया है। बताया जाता है कि उज्जैन से कानपुर ले जाते समय सुबह लगभग साढे छह बजे कुख्यात अपराधी विकास दुबे का वाहन रास्ते में पलट गया और उसके बाद विकास ने वाहन से निकल कर वहां से पुलिस के हथियार छीन कर भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस की जबाबी कार्रवाई में विकास को गोलियां लगी उसे एक अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
गौरतलब है कि विकास दुबे ने कल सुबह ही मप्र के महाकाल मंदिर के सामने नाटकीय ढंग से सरेंडर कर दिया था । देर शाम कानपुर पुलिस उसे गाड़ियों के काफिले में लेकर निकली थी । जनचर्चा और सोशल मीडिया पर जैसी आशंकाएं व्यक्त की जा रहीं थी वैसा ही हुआ पुलिस ने उसे एक कथित मुठभेड़ में मार गिराया । उसके दो साथियों को कल इटावा और औरैया में भी ऐसी ही मुठभेड़ में मार डाला था।
एनकाउंटर पर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है। उन्होंने यह बात ट्वीट करके कही। अखिलेश के अलावा मायावती प्रियंका गांधी, दिग्विजय सिंह समेत अन्य नेताओं ने भी इस एनकाउंटर को लेकर प्रतिक्रिया दी हैं। मायावती ने इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच की मांग की है।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि जिसका शक था वह हो गया. विकास दुबे का किन-किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से संपर्क था. अब उजागर नहीं पाएगा. उन्होंने कहा कि पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के साथियों का एनकाउंटर हुआ है, लेकिन तीनों एनकाउंटर के पैटर्न एक समान क्यों हैं?
*कानपुर-पुलिस का आधिकारिक बयान जारी-*
थाना चौबेपुर पर दिनांकः 03.07.2020 को पंजीकृत मु0अ0स0 192/20 धारा 147/148/149/302/307/394/120बी भादवि0 व 7 सीएलए एक्ट जो 08 पुलिसकर्मियों के शहीद होने से सम्बन्धित है, में वांछित 5 लाख रु0 का इनामियां अभियुक्त *विकास दुबे* पुत्र राम कुमार दुबे नि0 बिकरू थाना चौबेपुर कानपुर नगर को उज्जैन, मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने के पश्चात पुलिस व एसटीएफ टीम द्वारा आज दिनांक 10.07.2020 को कानपुर नगर लाया जा रहा था।
कानपुर नगर भौंती के पास पुलिस का उक्त वाहन दुर्घटना ग्रस्त होकर पलट गया, जिससे उसमें बैठे अभियुक्त व पुलिसजन घायल हो गये। इसी दौरान अभि0 विकास दुबे उपरोक्त ने घायल पुलिस कर्मी की पिस्टल छीन कर भागने की कोशिश की। पुलिस टीम द्वारा पीछा कर उसे घेर कर आत्मसमर्पण करने हेतु कहा गया किन्तु वह नहीं माना और पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर करने लगा पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की गयी जिसमे विकास दुबे घायल हो गया।दुबे को तत्काल ही ईलाज हेतु अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज का दौरान अभियुक्त विकास दुबे की मृत्यु हो गयी।