Virat Kohli: विराट का सबसे बुरा साल, 3 इशारे जो बताते हैं वनडे में लचर है कोहली का हाल
Virat Kohli: विराट कोहली का साल 2022 में वनडे क्रिकेट का रिकॉर्ड बदतर होते जा रहा है। बांग्ला टाइगर्स के खिलाफ सीरीज के दूसरे मैच में सलामी बल्लेबाजी करने आया यह स्टार बल्लेबाज केवल 5 रन ही बना पाया।
मीरपुर: वनडे क्रिकेट में विराट के लिए यह साल अभी तक उनके करियर का सबसे खराब साल रहा है। भारत और बांग्लादेश के बीच बुधवार, 7 दिसंबर को खेले गए दूसरे वनडे में विराट कोहली को 50 ओवर फॉर्मेट में वापसी का शानदार मौका मिला। कप्तान रोहित शर्मा को फील्डिंग के दौरान उंगली में चोट लगने के बाद एक नए ओपनर की जरूरत थी। आमतौर पर तीसरे नंबर पर आने वाले कोहली ने शिखर धवन के साथ ओपनिंग का मोर्चा संभाला। 272 रन के लक्ष्य का पीछा करने के लिए भारत को अच्छी शुरुआत की जरूरत थी, लेकिन कोहली सिर्फ छह गेंद ही टिक पाए। पेसर इबादत हुसैन ने उन्हें आउट किया।
#3. साल 2019 से कोई शतक नहींवनडे क्रिकेट में कोहली के 43 शतक हैं। इस साल विराट सिर्फ दो अर्धशतक ही बना पाए हैं। यह बल्लेबाज अगस्त 2019 के बाद से तीन अंकों का आंकड़ा नहीं छू पाया है। कोहली के पास 2019 से अबतक तीन 80+ स्कोर हैं। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान जितने बड़े रन मशीन हैं, उस तरह उनका बल्ला नहीं चल रहा।
#2. एक कैलेंडर ईयर में सबसे कम स्ट्राइक रेटअंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने पहले साल यानी 2008 में विराट कोहली ने पांच एकदिवसीय मैच खेले थे। उस साल 31.8 की औसत और 66.53 के स्ट्राइक रेट से 159 रन बनाए थे। तब से लेकर 2021 तक 34 वर्षीय इस बल्लेबाज ने हर कैलेंडर ईयर में 80 से ऊपर की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। बदकिस्मती से पिछले 12 महीनों में सबकुछ बदल गया। साल 2022 की 10 पारियों में कोहली का स्ट्राइक रेट 73.82 है और उन्होंने केवल 21 चौके लगाए हैं। जानकर हैरानी होगी कि इस साल एकदिवसीय मैचों में कोई छक्का नहीं लगाया है।
#1. साल 2022 में 18.9 का घटिया औसत
अगर आपको इस साल विराट का सिर्फ स्ट्राइक रेट ही खराब लग रहा है तो जरा ठहरिए। उनका औसत तो और सोचनीय है। विराट कोहली ने 2022 में सिर्फ 18.9 की औसत से रन बनाए हैं, जिसमें सिर्फ दो अर्धशतक हैं। अपने 15 साल लंबे एकदिवसीय करियर के केवल दो वर्षों (2008 और 2015) में चीकू ने 40 से कम की औसत से रन बनाए हैं। 2022 में कोहली के स्कोर 51, 0, 65, 8, 18, 0, 16, 17, 9 और 5 रहे। 10 पारियों में केवल दो बार 20 रन का आंकड़ा पार किया है। इसमें कोई शक नहीं है कि वह इस समय वनडे मैचों में बहुत खराब फॉर्म में हैं।