बिहार में इन दिनों विवादों की बहार है। पहले सियासी उठापटक। और अब वर्जिन-वर्जिनिटी विवाद। मामला इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (आईजीआइएमएस), पटना से जुड़ा है। यहां संस्थान ने एक फॉर्म में अपने कर्मियों से वर्जिनिटी और बीवियों के बारे में पूछा गया था। इस पर स्वास्थ्य मंत्री का चौंकाने वाला बयान आया। बोले- जिसकी शादी न हुई हो वह वर्जिन होता है। इसमें क्या आपत्तिजनक है। हालांकि, बाद में संस्थान ने वर्जिनिटी वाले कॉलम को अनमैरिड में तब्दील कर दिया।
इंस्टीट्यूट के अपने कर्मियों से वर्जिनिटी और बीवीयों की संख्या पूछने पर खूब हो-हल्ला हुआ। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी इसमें बोले- वर्जिन का मतलब बगैर शादीशुदा होता है। मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ आपत्तिजनक है। मंत्री के इस बयान की सोशल मीडिया पर खूब भद्द पिटी। थक-हार कर बाद में संस्थान को वर्जिनिटी वाले कॉलम को अनमैरिड में तब्दील करना पड़ा।
हमने भी सोचा कि जब इत्ता हो-हल्ला मचा है, तो वर्जिन-वर्जिनिटी का मतलब साफ किया जाए। वर्जिनिटी (Virginity) की परिभाषा बेहद जटिल है। इसे एक अवस्था के रूप में समझिए। वर्जिनिटी में इंसान ने कभी भी सेक्स नहीं किया होता है। यही लोग वर्जिन (Virgin) कहलाते हैं।
सेक्स रिसर्चर और बिकॉज़ इट फील्स गुड (Because it feels Good) किताब की लेखिका डेबी हर्बेनिक बताती हैं कि वर्जिनिटी खोने का मतलब यह नहीं कि महिला की वजाइना से खून निकले। कई महिलाओं के ऐसा नहीं होता, लेकिन बहुत के साथ यह होता है। हर महिला में अलग मात्रा में हायमन ( Hymen- वजाइना के अंदर टिशु) टिशु होते हैं।
वहीं, अमेरिकी फिलॉसफर और थ्योरिस्ट के मुताबिक वर्जिन का मतलब यह नहीं है कि किसी महिला की योनि में लिंग न छुआ हो। बल्कि इसके मायने एक आजाद महिला से हैं, जिसे किसी पुरुष द्वारा बांधा या सीमित न किया जाए। यानी वह महिला, जो सेक्सुअली और सोशली खुद की हो।
यानी जिन्होंने कभी सेक्स नहीं किया होता है। लेकिन यह उतना भी सरल नहीं है। हर इंसान एक दूसरे से अलग होता है। ठीक उसी तरह उनके शरीर और पसंद भी एक-दूसरे से अलग होती हैं। ऐसे में वर्जिनिटी का मतलब सबके लिए एक भी नहीं होता।