लखनऊ : आगामी दिसम्बर माह में मनाए जाने वाले शौर्य दिवस के कार्यक्रमों में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया गया है। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी हम शौर्य दिवस और गीता जयंती को पूरे हर्षोल्हास, उत्साह और संयम से मनायेंगे।
विहिप उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा की इस सम्बंध में मीडिया में कुछ गलत खबर भी चल रही है । श्री राम जन्मभूमि पर निर्णय हर्ष का विषय है किंतु इसके कारण शौर्य दिवस के कार्यक्रमों में कोई बदलाव नहीं होगा।
विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा के अनुसार विश्व हिंदू परिषद आगामी 6 दिसंबर को शौर्य या विजय दिवस मनाने की जगह मठ मंदिरों और घरों में दीप जलाएगी।
विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या मामले पर निर्णय देने के बाद संगठन पदाधिकारियों ने देश भर में मनाए जाने वाले विजय दिवस कार्यक्रम को स्थगित कर दीप प्रज्जवलन द्वारा शांति व सद्भाव का संदेश देने का फैसला किया है।
शर्मा ने कहा कि विहिप नहीं चाहती कि कोर्ट के इतने बड़े निर्णय को हम दो-चार घंटों में ही सीमित कर दें। छह दिसंबर की घटना हिंदुओं में हमेशा स्वाभिमान और सम्मान का स्मरण कराती रहेगी। श्रीरामलला के पक्ष में निर्णय देने का देश भर के रामभक्तों ने समर्थन किया है।
उन्होंने कहा कि 9 नवंबर 2019 की तारीख पूरे देश में सत्य की विजय के रूप में जानी जाएगी। राम मंदिर निर्माण की बेला अब निकट है। ऐसे में रामभक्तों को शौर्य व विजय दिवस रामलला के भव्य व दिव्य मंदिर में मनाने का अवसर प्राप्त होगा।