विश्व हिंदू परिषद के नेता चरणजीत सिंह पाहवा ने मांस की दुकानों को हटाने के लिए आत्मदाह की कोशिश की। इस दौरान उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया।
उन्हें देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल के लिए रेफर किया गया है। इसकी पुष्टि हरिद्वार जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर अर्जुन सेंगर ने की है। वहीं घटना की सूचना पर एसएसी कृष्ण कुमार वीके भी मौके पर पहुंच गए हैं।
बता दें कि, हाल ही में उन्होंने ज्वालापुर क्षेत्र में बिना एनओसी के चल ही मांस की दुकानों को एक सप्ताह के अंदर न हटाने पर प्रशासन को आत्मदाह की चेतावनी दी थी।
नगर मजिस्ट्रेट को सौंपे ज्ञापन में विहिप नेता ने बताया था कि, पिछले 12 वर्षों से स्थानीय लोग मांस की अवैध दुकानों को हटवाने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन अब तक दुकानें हट नहीं सकी हैं।
2010 में जिलाधिकारी ने मांस की सभी दुकानों को नगर निगम क्षेत्र से बाहर करने का प्रस्ताव पास किया था और वर्ष 2017 में नगर निगम बोर्ड ने भी प्रस्ताव पर मुहर लगा दी थी। अभी तक मांस की दुकानें जस की तस है।
बताया कि मुस्लिम आबादी भी इन दुकानों से परेशान है और गंदगी व बीमारियां फैल रही है। वर्ष 2016 में सूचना अधिकार अधिनियम से मिली जानकारी का हवाला देते हुए विहिप नेता ने बताया कि नगर निगम ने 12 ही दुकानों को लाइसेंस दिए हुए है। जबकि दुकानों की संख्या सौ से भी ऊपर है।
चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के अंदर अवैध दुकानें बंद न हुई तो वह रेल चौकी के ठीक सामने राम चौक पर आत्मदाह करने पर मजबूर होंगे।