नई दिल्ली- अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर करार के मुद्दे पर कांग्रेस नेतृत्व को निशाना बनाने के लिए भाजपा पर पलटवार करते हुए पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने आज नरेंद्र मोदी सरकार को चुनौती दी कि यदि उसके पास कोई सबूत है तो ‘‘रिश्वत देने वालों और लेने वालों’’ के खिलाफ ‘‘सख्त’’ कार्रवाई करे।
एंटनी ने जोर देकर कहा कि जिस इतालवी अदालत ने हेलीकॉप्टर करार में रिश्वत देने के जुर्म में अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व अधिकारियों को दोषी ठहराया है, उसने किसी नाम का खुलासा नहीं किया।
उन्होंने कहा, ‘‘इटली की अदालत में हर चरण में हमारे वकीलों ने मुकदमे में पैरवी की।’’ उन्होंने यहां पत्रकारों को बताया, ‘‘उन्होंने सभी गवाहों से जिरह की। किसी भी चरण में नाम का खुलासा नहीं किया गया। मेरा सवाल है कि अब जब सी.बी.आई. मौजूदा सरकार के मातहत है, प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) मौजूदा सरकार के मातहत है यदि सबूत है तो फिर देरी क्यों ?’’ इस मुद्दे पर भाजपा की आेर से कांग्रेस पर किए जा रहे जोरदार हमलों के बारे में पूछे जाने पर एंटनी ने कहा, ‘‘रिश्वत देने वालों और रिश्वत लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।’’
आगामी 16 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार के सिलसिले में केरल में मौजूद एंटनी ने कहा, ‘‘इतालवी अदालत ने रिश्वत देने वाले को दोषी करार दिया है। कृपया रिश्वत लेने वाले के खिलाफ कार्रवई करें। सी.बी.आई., ई.डी. सब उनके पास है।’’
कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य एंटनी ने कहा, ‘‘रिश्वत देने वाली कंपनी, एन.डी.ए. सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान का हिस्सा है।’’ भाजपा यू.पी.ए.-दो शासनकाल के दौरान हुए हेलीकॉप्टर करार पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य नेताओं पर निशाना साधती रही है। कांग्रेस का आरोप है कि यह हेलीकॉप्टर करार में पार्टी नेतृत्व को बदनाम करने की साजिश है।