नई दिल्ली : मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले से जुड़ी मौत के मामलों पर आज विपक्षी कांग्रेस पार्टी ने राज्य में सत्तारूढ़ शिवराज सरकार पर हमला तेज करते हुए उसे इसके लिए जिम्मेदार बताया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने शिवराज सिंह सरकार से घोटाले से जुड़े दस सवालों पर सफाई मांगी है।
कांग्रेस का कहना है कि मुख्यमंत्री के करीबी लोगों के नाम इस घोटाले में सामने आए हैं और इस सूरत में बिना उनकी जानकारी के यह घोटाला कैसे हो गया। इस सिलसिले में कांग्रेस ने राज्य की BJP सरकार पर हमला बोलते हुए पूछा कि कि आखिर CM इस घोटाले को क्यों नहीं रोक पाए?
विपक्ष की ओर से लगाए गए आरोपों में एक सवाल यह भी है कि व्यापम घोटाले की बात 2009 में ही सार्वजनिक हो गई थी तो 2013 तक मुख्यमंत्री इस मसले पर खामोश क्यों रहे? उसी साल एक कमिटी बनाई गई थी लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ाई गई।
रणदीप सुरजेवाला ने यह भी पूछा कि व्यापम मामले में आरोपों का सामना कर रहे शिवराज सिंह के करीबी मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को गिरफ्तार करने में इतनी देरी क्यों की गई और मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव प्रेम प्रसाद को अभी भी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
उन्होंने दावा किया कि व्यापम घोटाले से जुड़े 800 आरोपी अभी भी फरार हैं। कांग्रेस का कहना है कि दिसंबर, 2008 से मार्च, 2012 के बीच शिवराज सिंह चौहान राज्य में मेडिकल शिक्षा मामलों के मंत्री थे और उनकी इस भूमिका की भी जांच की जानी चाहिए। इससे पहले CM ने SC की निगरानी में CBI जांच की मांग यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि हाई कोर्ट में यह मामला पहले से लंबित है।