भोपाल– सरकारी स्कूल टीचर और व्यापम घोटाले के व्हिसलब्लोअर आनंद राय की मां सुलेखा राय को मध्यप्रदेश सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। उन्हें हरदा में विपक्षी पार्टी कांग्रेस की एक मीटिंग में हिस्सा लेने के कारण सस्पेंड किया गया है। हरदा में अगले महीने नगर निगम के चुनाव होने वाले हैं।
अखबारों में छपी खबर के बाद जिला प्रशासन ने देरी न करते हुए रविवार को उन्हें तुरंत प्रभाव से पद से हटा दिया। चीफ म्युनिसिपल अॉफिसर द्वारा साइन किए गए सस्पेंशन अॉर्डर में कहा गया कि एक पॉलिटिकल पार्टी की मीटिंग में हिस्सा लेने के कारण टीचर ने मध्यप्रदेश सिविल सर्विसेज रूल्स, 1966 के नियम 10 का उल्लंघन किया है।
बता दें कि शुक्रवार को महाराणा प्रताप कॉलोनी स्थित राजपूत छात्रावास में पार्षद और अध्यक्ष पद की दावेदारों की रायशुमारी करने के लिए प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस के पर्यवेक्षक राजकुमार पटेल आए हुए थे। निजी और व्यक्तिगत कारणों से उनसे मिलने छात्रावास स्थल पर ही शासकीय अन्नापुरा प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका सुलेखा राय पहुंच गईं। यहां सुलेखा राय ने भीड़ में बैठकर बकायदा सभी नेताओं के भाषण तक सुने। भाषण समाप्त होने के बाद सुलेखा राय ने राजकुमार पटेल से मुलाकात की और वहां से चली गईं। आचार संहिता लगने के बाद शासकीय कर्मचारी या अधिकारी राजनैतिक दल के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकते जब तक कि उसकी ड्यूटी किसी प्रोटोकॉल या सुरक्षा की दृष्टि से वहां लगाई गई न हो।
वहीं इंदौर के एक्टिविस्ट आनंद राय ने कथित तौर पर सस्पेंशन का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि हमें शिवराज के राज में एेसे ही तोहफे की उम्मीद थी। एक्टिविस्ट ने कहा कि उनकी मां को हटाना प्राकृतिक न्याय नहीं है क्योंकि उन्हें कारण बताओ नोटिस भी नहीं दिया गया।
राय ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी मां ने कांग्रेस की मीटिंग में न तो कोई स्पीच दी और न ही उसका झंडा थामा। राय ने कहा कि जो बीजेपी के गुण गाते हैं वे सुरक्षित हैं। कई सरकारी अधिकारी आरएसएस की मीटिंग में जाते हैं। इतना ही नहीं एक वरिष्ठ आईएएस अफसर ने कृषि पर हुई बीजेपी की मीटिंग में एक प्रेजेंटेशन भी दी थी। उन्होंने कहा कि एेसे अधिकारियों पर कोई गाज नहीं गिरी।
राय ने कहा कि हाल ही में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया था कि आरटीआई एक्टिविस्ट्स गलत कामों में लगे है। इसी के बाद उनकी मां को सस्पेंड कर दिया गया। [एजेंसी]