डिंडोरी – गाड़ासरई बजाग ब्लाक अंतर्गत ग्राम गन्नागूड़ा में स्वर्गीय देव करण सिंह पिता स्वर्गीय जगत सिंह का मृत्यु प्रमाण पत्र उनके चचेरे भाई रामप्रताप मृत्यु प्रमाण पत्र बन वाने के लिए 2013 से भटक रहे हैं स्वर्गीय देवकरण की मृत्यु दिनांक 15 सितंबर 2013 में हुई थी. उस मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए वह तभी से सचिव के चक्कर काट रहे हैं सचिव के द्वारा बहलाया जाता रहा है पिछले 3 साल से प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए वह पंचायत ,तहसीलदार ,सी एम हेल्पलाइन , कलेक्टर सभी के पास प्रमाण पत्र न मिलने की शिकायत कर चुके है।
ग्राम पंचायत गंनागूड़ा के पूर्व सचिव एवं वर्तमान सचिव से सतत निवेदन किया लेकिन ग्राम पंचायत सचिव परमेश्वर दास पारस का कहना है कि स्वर्गीय देवकरण का मृत्यु प्रमाण पत्र 2013 में जारी किया जा चुका है . जिसकी मृत्यु 13 अगस्त 2013 है लेकिन वास्तविक मृत्यु जो कि 15 सितंबर 2013 हुई है। लेकिन सचिव के द्वारा गोल-मोल जवाब दिए जा रहे हैं मृत्यु दिनांक में इतनी बड़ी लापरवाही ग्राम पंचायत के द्वारा की गई है जब जब की वास्तविक मृत्यु 15 सितंबर 2013 में गणेश उत्सव के दौरान हुई थी। जिसके सारे प्रमाण मौजूद हैं . जिसमें ग्राम के नागरिकों का पंचनामा, पटवारी प्रतिवेदन, मृत्यु से लेकर दस गात्र तथा 13 वी के कार्यक्रम में लगने वाली सारी सामग्री का ब्यौरा बिल आदि मौजूद हैं। सचिव के द्वारा वास्तविक मृत्यु दिनांक 15/9/2013 ना हो कर तेरा 13/10/13 का जारी किया गए प्रमाण पत्र जिसमें 32 दिनों का अंतर है जिसमे लापरवाही साफ दिखाई दे रही है।
राम प्रताप के द्वारा ग्राम पंचायत को देवकरण की मृत्यु दिनांक से लिखित एवं मौखिक अवगत कराया गया है लेकिन सचिव के द्वारा हमेशा यह कहकर टाल दिया जाता रहा है कि प्रमाण पत्र जारी हो चुका है जिसकी मृत्यु दिनांक 13/10/2013 है जो कि सरासर गलत है जन्म मृत्यु रजिस्टर में मृत्यु दिनांक अंकित नहीं है नाही पंचायत के कोई दस्तावेज दिखाए जा रहे हैं अब सवाल यह उठता है कि सचिव के द्वारा मृत्यु दिनांक तथा ग्राम पंचायत के दस्तावेजों से जो छेड़खानी की गई है इसमें सचिव का क्या स्वार्थ निहित है या किसके कहने पर किया गया है यह विचारणीय तथ्य है सचिव से अनेकों बार मृत्यु प्रमाण पत्र की मांग की गई लेकिन प्रमाण पत्र ना मिलने की दशा में cm helpline, तहसीलदारलोक सेवा केंद्र बजाग में आवेदन किया जिस पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने आदेश क्रमांक 1039(ब-121.2016) की सचिव ने अवहेलना करते हुए अब तक मृत्यु प्रमाण पत्र नही दिया है।