नई दिल्ली – दिल्ली रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आम आदमी पार्टी पर लगाए गए आरोपों के जवाब में अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि प्रधानमंत्री ने निजी हमले किए जबकि असली मुद्दों पर कोई बात नहीं की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मोदी ने मुझे झूठा, अनार्किस्ट, धरना करने वाला बोला लेकिन हम कभी किसी पर निजी हमले नहीं करते इसलिए इन आरोपों का मैं कोई जवाब नहीं दूंगा लेकिन मैं पूछना चाहूंगा कि उन्होंने छह महीने पहले जो वादे किए थे वे अब कहां हैं। केजरीवाल ने कहा, ‘दिल्ली की बीजेपी रैली की खास बात यह रही कि सभी नेताओं के भाषणों में 49 दिनों की हमारी सरकार के बारे में एक भी लाइन नहीं थी। उन्होंने कांग्रेस के 15 साल के शासन पर बात की लेकिन हमारी सरकार के बारे में कुछ नहीं बोला। इसका मतलब मैंने अच्छा काम किया है।’
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि जिस रामलीला मैदान में अन्ना का आंदोलन हुआ और बीजेपी ने उसका समर्थन किया था, आज उसी जगह बीजेपी ने उसका मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने छह महीने पहले बहुत सारे वादे किए थे लेकिन कुछ भी पूरा नहीं किया। आम आदमी पार्टी नेता ने कहा, ‘उन्होंने कहा था कि दिल्ली में 30 फीसदी बिजली के दाम कम कर देंगे लेकिन छह महीने में एक पर्सेंट भी कम नहीं किए। उनके पास स्कीम है एक बल्ब लगाने की जिससे साल में 300 रुपये के हिसाब से 25 रुपये महीना बचेंगे। हम साफ-साफ कहते हैं, लोगों का बिजली बिल आधा कर देंगे।’
केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर दिल्ली की झुग्गियां तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मकान बनाने का वादा था पर पिछले छह महीने में एक भी मकान नहीं बना, वजीरपुर और ओखला की झुग्गियां तोड़ जरूर दी गईं।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी कहते हैं अभी तो पीएम के दफ्तर की सफाई हुई है, अगर एक दफ्तर की सफाई करने में उन्हें सात महीने लगते हैं तो फिर लोगों के घर तक पहुंचने में तो पता नहीं कितने साल लगेंगे। उन्होंने कहा, ‘वे 2020 के वादे करते हैं, 2022 के दावे करते हैं, मैं पूछता आज अभी क्या करने वाले हो। मैं आज की बात करता हूं।’
केजरीवाल ने बीजेपी नेताओं के विवादित बयानों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने नारा दिया था बहुत हुआ नारी पर वार, अबकी बार मोदी सरकार लेकिन सरकार में आने के बाद जैसे नारे लग रहे हैं उससे लगता है कि पूरी भारतीय जनता पार्टी महिलाओं के खिलाफ है। चार-चार बच्चे पैदा करो, मोबाइल फोन मत रखो, जींस मत पहनो, नौकरी मत करो। ये सब दिखाता है कि उनकी मानसिकता क्या है।’