भोपाल- शालाओं के परिसर में अब शादी आदि के कार्यक्रम नहीं होंगे ! ऐसे आयोजनों पर सरकार लगाम लगाएगी ! ऐसे कार्यक्रम से शालाओं के गन्दगी होती है जिसको विद्यार्थियों से साफ़ कराया जाता है ! यह बात स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री दीपक जोशी ने विभागीय बजट पर चर्चा के दौरान विधानसभा में कही। शिक्षा के मूल्यांकन एवं सुधार के लिए केंद्र सरकार ने शाला सिद्धि कार्यक्रम बनाया है। राज्य मंत्री जोशी ने बताया कि प्रदेश में इसे हम ‘हमारी शाला कैसी हो” नाम से शुरू करेंगे। इसकी शुरुआत 25 हजार स्कूलों से होगी।
उन्होंने कहा कि शादी समारोह सहित अन्य सभी प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्य स्कूल परिसरों में नहीं हो सकेंगे। सरकार ऐसे आयोजनों पर सख्ती से लगाम कसेगी, क्योंकि इस प्रकार के आयोजन से गंदगी होती है, जिसकी सफाई बच्चों को करना पड़ती है।
स्कूल शिक्षा की योजनाओं में भ्रष्टाचार व निचले तबके एवं सुदूर क्षेत्र के छात्रों को उचित शिक्षा न मिलने के विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए मंत्री जोशी ने कहा कि छात्रों और शिक्षकों की समस्या, उनका विकास सरकार की चिंता है। प्रदेश सरकार ने अध्यापक संवर्ग के लिए छठवां वेतनमान मंजूर कर लिया है। इसका लाभ प्रदेश के इस संवर्ग के 1.84 लाख अध्यापकों को होगा। नगद राशि का भुगतान एक अप्रैल को किया जाएगा। इसके लिए 12 करोड़ का प्रावधान किया है।
मंत्री जोशी ने कहा कि बच्चों का चहुंमुखी विकास हो, इसके लिए योग अनिवार्य है। इसे देखते हुए भोपाल की तर्ज पर प्रत्येक संभाग में सरकारी योग संस्थान खोले जाएंगे। उसके बाद प्रत्येक जिले में ऐसे संस्थान संचालित होंगे।