दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके में सीएए प्रदर्शनों के बीच हिंसा भड़कने से 40 लोगों की मौत हो गई। इस बीच 2013 में भाजपा में शामिल हुई एक मशहूर एक्ट्रेस ने पार्टी छोड़ दी है।
सुभद्रा मुखर्जी नाम की इस एक्ट्रेस ने कई फिल्मों और टीवी सीरियल्स जैसे बोऊ कोथा कोऊ, सधारन मेये, खिलाड़ी, रोमियो एंड जूलियट में काम किया है।
उन्होंने अपने इस फैसले के बारे में कहा कि यह काफी इंतजार करने के बाद उठाया गया कदम है।
मुखर्जी ने कहा मैंने 2013 में बीजेपी ज्वाइन की थी और मुझे पार्टी के काम ने प्रभावित किया था। लेकिन पिछले कुछ सालों में, मैंने गौर किया कि कुछ चीजें ठीक नहीं हो रही हैं। मैंने महसूस किया कि लोगों से धर्म के आधार पर घृणा करना और उनके लिए राय बनाना भाजपा की विचारधारा पर हावी हो रहा है। इस पर कई बार विचार करने के बाद, मैंने पार्टी को छोड़ने का फैसला किया है।
एक्ट्रेस ने कहा कि उन्होंने बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष को अपना इस्तीफा भेज दिया है।
अभिनेत्री ने कहा देखिए दिल्ली में क्या हो रहा है। कई लोग मार दिए गए और कई घरों में आग लगा दी गई। दंगों ने लोगों को बांट दिया। पार्टी के नेता अनुराग ठाकुर और कपिल मिश्रा के द्वेषपूर्ण भाषण के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा। क्या हो रहा है। दंगों के दृश्य ने मुझे पूरी तरह से हिला दिया। मुझे लगा कि मुझे ऐसी पार्टी में नहीं होना चाहिए जो अपनी ही पार्टी के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में चयनात्मक हो।
उन्होंने कहा वह ऐसी पार्टी से दूरी बनाना पसंद करेंगी जिसमें ठाकुर और मिश्रा जैसे लोग हों।
विवादित नागरिक कानून को लेकर उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों में जो लोग प्रताड़ित हैं उन्हें नागरिकता देने का फैसला काफी अच्छा है। लेकिन उन्हें नागरिकता देने के नाम पर आप हर एक भारतीय की जान से क्यों खेल रहे हो। क्यों अचानक हमें अपनी नागरिकता साबित करने की जरूरत है। मैं इस कदम की निंदा करती हूं। मुझे लगता है कि ये मानवता का कत्ल कर असुरों को जन्म दे रहे है। इस कदम से लोगों के मन में असुरक्षा की भावना पैदा होगी। इससे न सिर्फ दिल्ली में बल्कि पूरे देश में अशांति फैलेगी।