लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए आज सात राज्यों की 59 सीटों पर मतदान हो रहा है। आज पश्चिम बंगाल की आठ सीटों के लिए भी मतदान हो रहा है। मगर मतदान शुरू होने से पहले भाजपा के एक बूथ कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है।
यह घटना झारग्राम में घटित हुई। मृतक का नाम रामेन सिंह है। भाजपा के कार्यकर्ता के अलावा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक कार्यकर्ता का भी शव मिला है। इसके अलावा टीएमसी के दो कार्यकर्ताओं को गोली मार दी गई है।
बंगाल में मतदान के साथ हिंसा का दौर भी चरम पर पहुंचा हुआ है। लगभग हर चुनाव के दौरान यहां हिंसा की घटनाएं हुई हैं। मिदनापुर में टीएमसी के दो कार्यकर्ताओं को गोली मारी गई है।
दोनों कार्यकर्ताओं को तमलुक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी बीच बेल्दा के टीएमसी कार्यालय पर भी हमला हुआ है। टीएमसी ने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है।
भाजपा के कार्यकर्ता के अलावा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक कार्यकर्ता का भी शव मिला है। इसके अलावा टीएमसी के दो कार्यकर्ताओं को गोली मार दी गई है। बंगाल में मतदान के साथ हिंसा का दौर भी चरम पर पहुंचा हुआ है।
लगभग हर चुनाव के दौरान यहां हिंसा की घटनाएं हुई हैं। मिदनापुर में टीएमसी के दो कार्यकर्ताओं को गोली मारी गई है। दोनों कार्यकर्ताओं को तमलुक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
भाजपा प्रत्याशी ने टीएमसी पर लगाया आरोप
बंगाल की चर्चित पूर्व आईपीएस अधिकारी और घाटल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी भारती घोष ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर उनके साथ बदतमीजी करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि केशपुर में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उनके साथ बदसलूकी की है।
झारग्राम में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या
पश्चिम बंगाल के झारग्राम में मतदान हो रहा है। भाजपा का आरोप है कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने रामेन सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी है। उनका शव झारग्राम जिले के चुनसोले गांव से बरामद किया गया।
स्थानीय प्रशासन इससे इनकार कर रहा है। शुरुआती जांच के आधार पर पुलिस का कहना है कि वह पहले से बीमार था और उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या
मरधारा के कांठी में टीएमसी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है। पार्टी के कार्यकर्ता मैती रविवार रात से गायब थे लेकिन बाद में उनका शव बरामद हुआ।
कहा जा रहा है कि वह देर रात को किसी रिश्तेदार से मिलने के लिए जा रहे थे मगर वापस घर नहीं लौटे। यह हत्या कब, कैसे और क्यों हुई इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है।