कोलकाता: पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर को हुए उपचुनाव के नतीजे आ गए हैं। टीएमसी ने तीनों सीटों पर कब्जा जमा लिया है। ये सीटें हैं पश्चिम मेदिनीपुर जिले की खड़गपुर, नदिया जिले की करीमपुर और उत्तर दिनाजपुर की कालियागंज। राज्य में मुख्य प्रतिद्वंदी पार्टी के रूप में उभर रही भाजपा को इस उपचुनाव में तगड़ा झटका लगा है।
West Bengal: Trinamool Congress (TMC) has won all three assembly by-election seats – Kaliaganj, Kharagpur Sadar & Karimpur. pic.twitter.com/ZUOo4ERx51
— ANI (@ANI) November 28, 2019
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष की विधानसभा सीट खड़गपुर से भी पार्टी को हार मिली है। वहीं तृणमूल कांग्रेस के तपनदेव सिन्हा ने कालियागंज विधानसभा सीट पर कब्जा जमा लिया है। उन्होंने दो हजार से ज्यादा मतों से भाजपा प्रत्याशी को हराया है। इस सीट पर पहले कांग्रेस का कब्जा था।
लोकसभा चुनावों के बाद राज्य में यह पहला मौका था जब ये दोनों राजनीतिक दल चुनावी मैदान में एक-दूसरे के आमने-सामने थे। जिन तीन सीटों पर हुए उपचुनाव की मतगणना हुई उनमें से एक पर तृणमूल कांग्रेस, दूसरे पर भाजपा और तीसरे पर कांग्रेस का कब्जा था।
लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की 18 सीटों पर विजय प्राप्त करने वाली भाजपा और प्रदेश की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के लिए बंगाल की तीन सीटों पर उपचुनाव की मतगणना अग्निपरीक्षा जैसा था।
जिन सीटों पर उपचुनाव हुआ था उनमें पश्चिम मेदिनीपुर जिले की खड़गपुर, नदिया जिले की करीमपुर और उत्तर दिनाजपुर की कालियागंज सीटें शामिल हैं। कालियागंज सीट कांग्रेस विधायक प्रमथनाथ राय के निधन से खाली हुई है जबकि खड़गपुर सीट से पिछली बार विधायक चुने गए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने लोकसभा चुनाव जीतने की वजह से इस्तीफा दे दिया था। करीमपुर की तृणमूल विधायक महुआ मित्र ने भी कृष्णनगर संसदीय सीट से जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था।
West Bengal by-election: Trinamool Congress (TMC) candidates leading Karimpur & Kharagpur sadar seats as per official Election Commission (EC) trends. https://t.co/upkjq947Bl
— ANI (@ANI) November 28, 2019
उपचुनाव में पार्टी की जीत का श्रेय जनता को देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा अपने अहंकार और राज्य के लोगों को अपमानित करने का परिणाम भुगत रही है।
उन्होंने कहा कि हम इस जीत का श्रेय बंगाल की जनता को देते हैं। भाजपा अपने अहंकार और बंगाल के लोगों को अपमानित करने का परिणाम भुगत रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सीपीएम और कांग्रेस खुद को मजबूत करने के बजाय पश्चिम बंगाल में भाजपा की मदद कर रही हैं।