पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी पंचायत चुनावों को ध्यान में रखते हुए अपना घोषणापत्र जारी किया है। भाजपा के इस घोषणापत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया है क्योंकि भाजपा ने इस घोषणापत्र में बांग्लादेश दंगों की तस्वीर लगाई हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भाजपा बंगाल ने जो अपने घोषणापत्र पर फोटो लगाई हैं वे साल 2013 में ढाका में हुए दंगों की हैं। इन तस्वीरों के जरिए पार्टी दावा करने की कोशिश कर रही है कि बंगाल में कानून व्यवस्था लचर है। एक तस्वीर को छोड़ दें तो अन्य तस्वीरें राज्य से ताल्लुक नहीं रखती हैं।
मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने पार्टी के अन्य दिग्गज नेताओं के साथ मिलकर भाजपा का घोषणापत्र जारी किया था। आगामी पंचायत चुनावों में भाजपा दूसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरने की तैयारियों में जुटी हुई है।
भाजपा द्वारा अपने घोषणापत्र में बांग्लादेश दंगों की तस्वीरों का इस्तेमाल करने को लेकर पार्टी विपक्ष के निशाने पर आ गई है। इस मामले पर तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए इस कार्य को ठगने वाला बताया है।
वहीं अपने बचाव में भाजपा का कहना है कि इन तस्वीरों का इस्तेमाल बंगाल की स्थिति दिखाने के लिए किया गया है। मीडिया से बातचीत के दौरान इस मामले पर दिलीप घोष ने कहा, “जो वर्तमान में बंगाल की स्थिति है वह इसके माध्यम से हम दर्शाना चाहते हैं।”
इतना ही नहीं भाजपा का यह भी कहना है कि यह गलती से नहीं बल्कि जानकर किया गया है। इन तस्वीरों को लेकर भाजपा ने अपना बचाव यह कहते हुए किया कि बाग्लादेश दंगों के बाद राज्य में घटी घटनाओं को दर्शाने के लिए इन तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है।
पार्टी ने दावा किया कि जो बांग्लादेश में हुआ उसके बाद राज्य के कई हिस्सों में हिंदू देवताओं की प्रतिमा को अपमानित किया गया था और केवल इसलिए ही इन तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है।