पैरिस – फ्रांस की राजधानी पैरिस में अलग-अलग जगहों पर लोगों को बंधक बनाने वाले तीन आतंकियों को सुरक्षा एजेंसियों ने मार गिराया, लेकिन अभी उनके लिए चैन की सांस लेने का वक्त नहीं है। अब भी फ्रांस में आतंकी हमले होने का खतरा बना हुआ है क्योंकि एक संदिग्ध महिला आतंकी अब भी फरार बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि उसके पास कई खतरनाक हथियार हो सकते हैं।
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, शार्ली एब्दो पर हमले समेत तीनों हमले में शामिल आतंकी एक-दूसरे को जानते थे। इससे पहले भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। इनमें से एक ने तो यमन में अलकायदा के ट्रेनिंग कैंप में आतंकी प्रशिक्षण भी लिया है। मैगजीन शार्ली एब्दो के ऑफिस पर हमले के बाद मंगलवार को ही एक 18 वर्षीय संदिग्ध ने सरेंडर कर दिया था, लेकिन दो संदिग्ध काउची भाइयों शरीफ और सईदी की पुलिस को तलाश थी। आखिरकार सुरक्षा बलों ने दोनों शुक्रवार को मार गिराया गया।
यूएनएसए पुलिस यूनियन के गाएल फैबियानो ने बताया कि एक अन्य बंदूकधारी ने दोपहर को पैरिस में कोशेर ग्रॉसरी में कम-से-कम पांच लोगों को बंधक बना लिया था। वह बंदूकधारी भी सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मारा गया। बंदूकधारी की पहचान एमेदी काउलीबेली के तौर पर हुई है। एक सूत्र के मुताबिक, कोशेर ग्रॉसरी में मौजूद हमलावर वही था, जिसने गुरुवार को पैरिस के मॉनरूज़ इलाके में एक महिला पुलिसकर्मी की गोली मारकर हत्या की थी।
अधिकारी ने बताया कि कोशेर ग्रॉसेरी में 4 बंधक भी मारे गए, जबकि काउलीबेली की पत्नी फरार होने में कामयाब रही। सुरक्षा एजेंसियों ने बुलेटिन जारी करके कहा है कि मारे गए आतंकवादी काउलीबेली की 26 वर्षीय पत्नी हयात बौमेडिन फरार है। पुलिस के अनुसार उसके पास खतरनाक हथियार हो सकते हैं। बुलेटिन में लोगों से अपील की गई है कि हयात के बारे में कोई सूचना मिलते ही पुलिस को सूचना दें।
फ्रांस के न्यायिक दस्तावेजों से पता चलता है कि काउलीबेली और काउची भाइयों में छोटा शरीफ एक-दूसरे को जानते थे। दोनों ने पत्नियों के साथ 2010 में मध्य फ्रांस में कट्टरपंथी दजमल बेगल से मुलाकात की थी, जिसे आतंकवाद से जुड़े मामले में 10 साल की सजा हुई थी। शरीफ को इससे पहले एक मामले में हिरासत में भी लिया गया था लेकिन बाद में छोड़ दिया गया था।
:- एजेंसी