नई दिल्ली – अपने समर्थक की पत्नी को एक बड़ा ओहदा देने की वजह से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल एक बार फिर आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं। इस बार मामला हरियाणा के ‘आप’ नेता नवीन जयहिंद से जुड़ा है। डेलीमेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक नवीन की पत्नी स्वाति मालीवाल को सीएम के अडवाइजर पद पर नियुक्त किया गया है और सैलरी 1.15 लाख रुपए है। इसके अलावा दिल्ली सचिवालय में स्वाति को एक ऑफिस और एक आधिकारिक वाहन भी दिया गया है।
नवीन जयहिंद ‘आप’ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं और योगेंद्र यादव के आलोचक माने जाते हैं। ‘आप’ के पूर्व प्रवक्ता और हरियाणा स्वराज कैंपेन कमिटी के सेक्रटरी राजीव गोदरा ने कहा, ‘जयहिंद को उनकी चाटुकारिता का इनाम दिया गया है। ऐसे में जो पार्टी दूसरों पर पक्षपात और भाई-भतीजावाद का आरोप लगाती थी, अब वह खुद केजरीवाल के करीबियों को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों तो तोड़-मरोड़ रही है।’
डेलीमेल से बात करते हुए गोदरा ने कहा, ”आप’ के संविधान में स्पष्ट है कि एक परिवार के किसी एक ही सदस्य को पद पर रहने दिया जाएगा। स्वाति मालीवाल इकलौती नहीं है, जिन्हें लाभ पहुंचाया गया है। लगभग 200 ऐसे पार्टी कार्यकर्ता हैं, जिनके रिश्तेदारों को अडवाइजर और मंत्रियों का सपॉर्टिंग स्टाफ बनाकर लाभ पहुंचाया गया है। केजरीवाल वही कर रहे हैं जो दूसरे नेता कर रहे हैं। वह राजनीति में क्या यही बदलाव लाना चाहते थे?’
जयहिंद की आलोचना करते हुए गोदरा ने कहा है कि जयहिंद खुद को ‘क्रांतिकारी’ कहते हैं, लेकिन जब उनकी पत्नी को बड़ा ओहदा दिया गया, तो वह अपने सिद्धांत भूल गए। इस बारे में बात करने के लिए जयहिंद उपस्थित नहीं थे, क्योंकि हाल ही में उन पर कुछ लोगों ने हमला किया था। अभी वह नई दिल्ली के संत परमानंद हॉस्पिटल में भर्ती हैं।