नई दिल्ली-पिछले दो महीनों में, एनएच-1 हाइवे से सटे और दिल्ली से महज 20 किमी की दूरी पर स्थित इस जिले में हरियाणा पुलिस को 7 लाशें मिली। इनमें से एक पर जलने के निशान थे, दूसरे शव के सर पर चोट के निशान मिले, कोई बुरी तरह क्षत-विक्षत थी तो किसी को टूकड़ों-टूकड़ों में काटा गया था।
इनमें से अबतक एक शव की भी पहचान नहीं हो सकी है। इन लाशों की ये कहानी घटना का मोटा अंदाजा या सूक्ष्म परिणाम है। राज्य के बाहर सोनीपत लाशों की कब्रगाह के तौर पर उबर रहा है।
मामले में सनसनीखेज खुलासा उस घटना के बाद हुआ जब 6 अप्रैल को एक व्यक्ति और महिला का शव नग्न अवस्था में ताउ देवी लाल स्टेडियम की पार्किंग में मिला। घटना का मंजर खौफनाक और रोंगटे खड़े कर देने वाला था।
महिला के हाथ में शादी की चूड़ियां थी और व्यक्ति के शरीर को काटकर इनके बीच फंसा दिया गया था। इस घटना के बाद पुलिस के अपराधिक रिकॉर्ड ये सिलसिला जुड़ता चला गया।
8 अप्रैल- एक युवक की लाश दिल्ली-पानीपत हाइवे पर मिली। लाश के सर पर चोट के स्पष्ट निशान थे
18 अप्रैल- पुलिस को हरियाणा राज्य बुनियादी ढांचा और औद्योगिक विकास कॉर्पोरेशन के औद्योगिक यूनिट कुंडली से एक महिला का शव बरामद किया। 25 अप्रैल- एक व्यक्ति की लाश चिनौली गांव से मिली। 15 जून- दो महिलाओं के जले हुए शव पुलिस ने देहिसारा गांव से जले हुए सूखे गोबर के ढ़ेर से बरामद किए।
इनकी पहचान का कोई भी सुराग ने मिलने के चलते पुलिस ने डीएनए सैंपल लेकर इनका अंतिम संस्कार किया। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सोनीपत की उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी से नजदीकी लाशों के इस तांड़व को संदिग्ध बनाती है।
पानीपत, सोनीपत, रोहतक और झज्जर की पुलिस व्यस्था पर नजर रखने वाले रोहतक रेंज के आईजीपी श्रीकांत जाधव कहते हैं कि गुड़गांव और फरीदाबाद की सीमा भी दिल्ली बॉर्डर से लगी है, लेकिन ये शहरी क्षेत्र हैं। जबकि सोनीपत में परिस्थितियां ऐसी नहीं है। उन्हें लगता है कि लोगों की हत्याएं दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हो रही हैं और शव यहां ठिकाने लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केवल सोनीपत में ही नहीं बल्कि पूरे एनएच-1 मार्ग पर ही यही हालात हैं। वास्तव में पिछले दो महिनों में दो लाशें पानीपत और दो रोहतक से भी बरामद हुई। ये दोनों जिले सोनीपत से सटे हुए हैं।
हालांकि इनमें से दो मामलों के आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।जाधव के मुताबिक पुलिस ने पानीपत और सोनीपत को 6 हिस्सों में बांटकर अब एनएच-1 पर रात में पेट्रोलिंग तेज कर दी है।
पुलिस रिकॉर्ड की मानें तो इस साल हरियाणा के सभी जिलों से संदिग्ध हत्याओं के 155 शव बरामद हुए हैं। जबकि साल 2014 में 16 फीसदी मर्डर केस ऐसे थे, जो सुलझ नहीं सके थे। हरियाणा पुलिस के मुताबिक उन्होंने पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, राज्स्थान और दिल्ली से भी इस संबंध में मदद मांगी है, लेकिन उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया है। एजेंसी