भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को उम्मीद है कि टीम के युवा खिलाड़ी जिम्बाब्वे से शुरूआती टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में मिली हार के बाद अपनी गलतियों से सीख लेंगे। युवा भारतीय टीम ने महत्वपूर्ण मौके पर अपने विकेट गंवा दिए जिससे मेहमान टीम कल यहां दो रन से हार गई।
धोनी को उम्मीद है कि युवा खिलाड़ी कल यहां होने वाले दूसरे मैच में यही गलतियां नहीं दोहराएंगे। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हमने भले ही मैच गंवा दिया हो, जो निराशाजनक है, लेकिन युवाओं के लिये यह सीख लेने का मौका है, बशर्ते वे इससे सीख लें। आपको इसे गंभीरता से लेना होगा क्योंकि जब भी आप देश का प्रतिनिधित्व करते हो, जब भी आपको लगातार कुछ समय भारतीय टीम का हिस्सा होने का मौका मिलता है तो कुछ दबाव महसूस होता है। और ऐसे समय में इस तरह के दौरे उन्हें दबाव कम करने में सचमुच मदद करेंगे।
धोनी खुद अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके जिससे भारतीय टीम अंतिम ओवर में आठ रन नहीं बना सकी जिसमें तेज गेंदबाज नेविले मादजिवा ने कसी गेंदबाजी की। उन्होंने कहा कि उन्हें इस मैच में जीत दिलाने का काम पूरा करना चाहिए थ लेकिन उन्हें अपने बल्लेबाजों से ज्यादा समझदारी की उम्मीद थी।
धोनी ने कहा कि मुझे लगता है कि बल्लेबाजों को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। कारण यह है कि कुछ बल्लेबाज क्रीज पर अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे और जमे हुए थे। जब आप लक्ष्य का पीछा कर रहे होते हो तो आपको इसे अंत तक ले जाना चाहिए और फिर शॉट खेलने की कोशिश करनी चाहिए। इस मैच में इसी चीज की कमी थी। दौरे के लिये दूसरे दर्जे की टीम चुनी गई थी जिसमें सीनियर खिलाड़ी अनुपस्थित हैं और धोनी ने कहा कि उभरते हुए खिलाड़ियों को इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहिए। कप्तान ने कहा कि वह छठे नंबर पर खेले ताकि अन्य खिलाड़ियों को क्रीज पर समय बिताने का मौका मिले।
उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए नहीं है। अगर मुझे उपर के क्रम में बल्लेबाजी करनी होती तो मैं इस टीम के लिये आसानी से चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कर सकता था। लेकिन इन युवाओं के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे इस नंबर पर बल्लेबाजी करें क्योंकि यह उनके लिए बढ़िया मौका है। मैं यहां पर सिर्फ इसलिए हूं कि उन्हें समझ सकूं और साथ ही उन्हें बता सकूं कि क्या किया जाना चाहिए।