उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच परमाणु युद्ध के हालात पैदा होने से वैश्विक शांति खतरे में पड़ गई है। संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के राजनयिक किम इन रयोंग ने साफ तौर पर कहा कि उनका देश हर हफ्ते परमाणु परीक्षण करेगा और अगर अमेरिका ने उकसावे की कार्रवाई की, तो वह उस पर परमाणु हमला करने में तनिक भी संकोच नहीं करेगा। उन्होंने कोरियाई प्रायद्वीप में उपजे परमाणु युद्ध के हालात के लिए सीधे तौर पर अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि किसी भी वक्त विनाशकारी परमाणु युद्ध छिड़ सकता है।
वहीं, किम इन रयोंग के बयान के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया अपनी औकात में रहे। सोमवार को एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देखते जाओ आगे क्या होता है? इसके अलावा व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति रेत में लकीर नहीं खींचते हैं। उनका इशारा साफ था कि अमेरिका जल्द ही उत्तर कोरिया को सबक सिखाएगा।
उधर, अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने सख्त लहजे में कहा कि उत्तर कोरिया अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सब्र की परीक्षा न ले, तो बेहतर होगा। दरअसल, अमेरिका हर हाल में उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम को बंद कराना चाहता है, लेकिन उत्तर कोरिया पीछे हटने को तैयार नहीं है। ऐसे में दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध तय माना जा रहा है। विशेषज्ञों की माने तो उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिका अपनी अंतरराष्ट्रीय रणनीति बदल सकता है और किसी भी वक्त उस पर हमला कर सकता है। अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने उत्तर कोरिया को परमाणु और मिसाइल परीक्षण नहीं करने के लिए चेताया था।
ट्रंप की चेतावनी की उत्तर कोरिया को फिक्र नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चेता चुके हैं कि अगर चीन उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम में लगाम नहीं लगाता है, तो अमेरिका अकेले ही कार्रवाई करेगा. ट्रंप ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि उत्तर कोरिया पर चीन का बहुत प्रभाव है और या तो चीन उत्तर कोरिया को लेकर हमारी मदद करने का फैसला करेगा या नहीं करेगा। अगर चीन हमारी मदद करने का फैसला करता है तो यह उसके लिए बहुत अच्छा होगा और अगर वह ऐसा नहीं करता है तो यह किसी के लिए अच्छा नहीं होगा।
पहले भी अमेरिका को दे चुके हैं धमकी
उत्तर कोरिया के उप राजदूत किम इन रयोंग ने कहा कि अगर अमेरिका सैन्य कार्रवाई करता है, तो उत्तर कोरिया किसी भी तरह के युद्ध को तैयार है। उन्होंने कहा कि दुनिया के बड़े हॉटस्पॉट कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिका ने खतरनाक हालात पैदा कर दिए हैं। यह पहली बार नहीं है, जब उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनातनी जारी है। इससे पहले भी अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच कई दफा जुबानी जंग हो चुकी है। इतना ही नहीं, उत्तर कोरिया ने अमेरिका समेत संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को दरकिनार कर पिछले साल दो परमाणु बम और 24 बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया। इतना ही नहीं, उसने इस साल भी कई मिसाइल परीक्षण किए।
अब आर-पार की जंग को तैयार उत्तर कोरिया
अब उत्तर कोरिया अमेरिका के साथ आर-पार की जंग को तैयार है। उत्तर कोरिया के उप विदेश मंत्री हान सोंग रयोल ने कहा कि उनका देश हर हफ्ते, हर महीने और हर साल ज्यादा से ज्यादा मिसाइल परीक्षण करेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका की ओर से उकसावे की कार्रवाई करने पर आर-पार की जंग होगी।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने किया असैन्य क्षेत्र का दौरा
उत्तर कोरिया की ओर से मिसाइल परीक्षण करने के बाद रविवार को अमेरिका उपराष्ट्रपति ने उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच स्थित असैन्य जोन का दौरा किया। इससे पहले अमेरिका ने सीरिया पर मिसाइल हमला करके और अफगानिस्तान में अपना सबसे बड़ा गैर परमाणु बम गिराकर उत्तर कोरिया को डराने की कोशिश की थी, लेकिन उत्तर कोरिया किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं। उसने उलटे ही चेताया है कि अमेरिका उसे सीरिया समझने की भूल न करे, वरना उसको इसका खामिया जा भुगतना पड़ेगा।