मुंबई – हॉलीवुड की फिल्ममेकर कंपनी वार्नर ब्रदर्स ने अपनी एडल्ट कॉमेडी फिल्म ‘गेट हार्ड’ भारत में रिलीज नहीं करने का फैसला किया है। कंपनी ने सेंसर बोर्ड के रुख को देखते हुए यह फैसला लिया है। कंपनी का कहना है कि 20 मिनट का सीन काट कर फिल्म को सेंसर बोर्ड की स्क्रीनिंग कमेटी के सामने ले जाया गया था, फिर भी बोर्ड ने सर्टिफिकेट देने का फैसला लटकाए रखा। अब और सीन काटने से फिल्म की मूल भावना ही मर जाएगी। विल फेरेल-केविन हार्ट स्टारर यह फिल्म 27 मार्च को भारत में रिलीज होने वाली थी।
‘मेन इन ब्लैक-3’, ‘टॉपिक थंडर’ जैसी हॉलीवुड फिल्मों के राइटर एतान चोहेन ने ‘गेट हार्ड’ को डायरेक्ट किया है। सेक्शुअल कंटेंट, ग्राफिक न्यूडिटी और ड्रग मैटेरियल के कारण फिल्म को अमेरिका में R-रेटिंग दी गई है। फिल्म से जुड़े सूत्रों का कहना है, ”भारत में सेंसर बोर्ड को फिल्म में इस्तेमाल किए गए कुछ शब्दों पर आपत्ति है। अगर एडल्ट कॉमेडी में 100 से ज्यादा बीप होंगे, तो दर्शक फिल्म का मजा नहीं ले पाएंगे।”
इससे पहले फिल्म ‘फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे’ के कुछ सीन्स को सेंसर बोर्ड ने आपत्तिजनक बताते हुए काट दिया था और विल स्मिथ स्टार फिल्म ‘फोकस’ (जो शुक्रवार को रिलीज हो रही है) को तो खारिज ही कर दिया था। हालांकि, 14 सीन पर कैंची चलाने के बाद ‘द डार्क रोमकोम’ को पास कर दिया गया।
पिछले हफ्ते स्क्रीनिंग के बाद बोर्ड के कुछ सदस्यों ने ‘फिफ्टी शेड्स ऑफ ग्रे’ पर आपत्ति जताई थी। फिल्म बैन किए जाने संबंधी अफवाह के बाद सेंसर बोर्ड के सीईओ श्रवण कुमार ने सफाई दी थी कि स्क्रीनिंग के लिए 23 जनवरी को आवेदन मिला था। इसके बाद कई बार कंटेंट मांगा गया और न मिलने पर 12 फरवरी को आवेदन रद्द कर दिया गया था। हालांकि, खबरें आई थीं कि सेंसर बोर्ड में जाने से पहले फिल्म के निर्माता खुद ही सीन की काट-छांट में लगे हुए थे। आखिरकार, 28 फरवरी को सेंसर बोर्ड की कमेटी ने इस फिल्म को देखा और पूर्ण सहमति न बन पाने के कारण सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया। बोर्ड का कहना है कि अगर हमारा फैसला गलत है तो निर्माता इसके खिलाफ अपील ट्रिब्युनल में जा सकता है। हालांकि, ‘गेट हार्ड’ को सर्टिफिकेट नहीं देने के मामले पर वार्नर ब्रदर्स और श्रवण कुमार ने कोई बयान नहीं दिया है। मोशन पिक्चर्स एसोसिएशन ऑफ अमेरिका के मैनेजिंग डायरेक्टर उदय सिंह ने कहा, ”हमें रेटिंग सिस्टम अपनाने की जरूरत है, जिसके बारे में सूचना व प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ से बातचीत हुई है। किसी फिल्म को रिलीज करना या न करना स्टूडियो का अपना फैसला होता है।”