पुरुष के रूप में शादी करने वाली युवती ने बताया कि वह बीएससी कर चुकी है। संजय प्लेस की एक कंपनी में काम करती है। वह अपना खर्च उठा सकती है। पिता एक दुकान में नौकरी करते हैं। वहीं दूसरी युवती ने बीए किया है। उसके पिता रिक्शा चलाते हैं। उसकी एक छोटी बहन है।
दोनों दो साल पहले कंप्यूटर कोचिंग में जाती थीं। वहां मुलाकात हुई। दोस्ती बढ़ी और दोनों ने शादी करने की ठान ली। उनके घरवाले राजी नहीं होते। इसके लिए सम्मेलन में धोखे से शादी की योजना बनाई।
एक युवती ने गाजियाबाद से दोस्तों को बुलाया। उनको मां-बाप बनने को कहा। सम्मेलन में एक-दूसरे को पसंद करने के बाद शादी कर ली। एक युवती के मां-बाप को ये पता नहीं था कि जिसे वो दामाद समझ रहे हैं वह बेटी की सहेली है। दूसरी ओर से मां-बाप बने हुए दोस्तों ने सभी रस्म अदा कीं।
पुरुष का वेश धरने वाली युवती कई दिन तक घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने तलाश शुरू कर दी। मोहल्ले में चर्चा हो गई कि उसने सहेली से शादी कर ली है। इस पर परिजनों ने उसकी फेसबुक आईडी चेक की। दोनों की फोटो मिल गईं। इस पर शक हो गया। रविवार को मिलने के बहाने फोन करके बुलाया।
उनके घर आने पर मोहल्ले के लोग जुट गए। दोनों को अलग कर दिया। इस पर पति बनी युवती ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। पत्नी बनी युवती घर की छत से कूद गई। उसकी कमर में चोट आई। पुलिस के पहुंचने पर किसी तरह दोनों को थाने लाया गया। यहां दोनों ने कहा कि उनको अलग किया तो जान दे देंगी।
थाने पर भी काफी हंगामा हुआ। परिजनों ने दोनों युवतियों को अलग किया तो लड़का बनी युवती वाहनों के आगे कूद गई। उसे किसी तरह लोगों ने पकड़ा। दोनों ने एक-दूसरे के हाथ पकड़ लिए। वह अलग होने को तैयार नहीं थीं। यह नजारा देखकर थाने के बाहर ही लोगों की भीड़ लग गई। पुलिस के आने पर दोनों को घरवालों से दूर ले जाया गया।
तीन महीने पहले एक युवती ने की थी बात
लड़का बनकर शादी करने वाली युवती की बड़ी बहन की तीन महीने पहले शादी हुई थी। तब दूसरी युवती ने उसकी मां से बात की थी। दोनों की शादी कराने को कहा था। मगर, उसकी मां ने मना कर दिया था।
दोनों को एक-दूसरे से दूर रहने की सलाह दी थी।पुरुष बनकर शादी करने वाली युवती बचपन से लड़कों की तरह व्यवहार करती है। परिवारीजनों ने बताया कि जींस शर्ट और टीशर्ट ही पहनती है।
उसने कभी सूट और साड़ी नहीं पहनी। वहीं उसने अपने शैक्षिक प्रमाण पत्र और आधार कार्ड पर जेंडर के स्थान पर पुरुष लिखा रखा है। स्कूल और कालेज में भी पुरुष ही लिखा रखा है।
युवती की मां का कहना था कि उसके बेटे की 2007 में हत्या कर दी गई थी। उसे दोस्त घर से बुलाकर ले गया था। इसके बाद बेटे की लाश मिली। अब बेटी को उसकी सहेली लेकर चली गई। अब किसके सहारे जीयेंगे।
मना करने पर भी वह नहीं मानी। लोगों युवती के स्कूटर की डिकी को चेक किया। इसमें एक थैली में आपत्तिजनक सामग्री रखी हुई मिली। पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया।
पुलिस ने जब दोनों से पूछा कि अगर, वह पति-पत्नी बनकर रहेंगी तो पारिवारिक सुख कैसे मिलेगा। इस पर युवतियों का कहना था कि विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली है। वह परिवार बढ़ाने के लिए विज्ञान की मदद लेंगी। इसके अलावा किसी भी बच्चे को गोद ले लेंगी।
युवतियों का कहना था कि वह अपना भला-बुरा खुद सोच सकती हैं। एक युवती ने कहा कि अगर वह युवक से शादी करती भी है तो इसकी क्या गारंटी है कि वह उसे सुखी रखेगा। आए दिन पति-पत्नी के बीच झगड़े के किस्से सुनने को मिल जाते हैं। वह अपना भला-बुरा खुद सोच सकती है।
वहीं दूसरी युवती ने कहा कि वह अपनी साथी का पूरी तरह से ख्याल रखेगी। उसके सामने किसी तरह की परेशानी नहीं आने देगी। हर मुसीबत में एक-दूसरे का साथ देंगे। पुलिस का कहना था कि युवती ने शादी करने के लिए फर्जी दस्तावेज बनवाकर लगाए थे। इस पर अगर, शादी कराने वाली समिति की ओर से तहरीर दी जाए तो युवती के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।