बाराबंकी : 4 बच्चों की मां ने अपने प्रेमी के साथ अवैध संबंध कायम रखने के लिए अपने ही पति की हत्या करवा दी। इसके बाद लाश को घर में ही दफना कर फरार हो गयी। करीब 8 महीने तक पति की लाश घर में ही दफन रही।
इस हत्याकांड का खुलासा तब हुआ जब 4 दिन पूर्व उसका बड़ा बेटा नानी के घर से अनाज लेने के लिए अपने घर आया। पुलिस ने इस मामले में पत्नी समेत 2 को गिरफ्तार किया है।
ये मामला थाना रामनगर के अमोली कीरतपुर का है। बाराबंकी के थाना रामनगर के ग्राम अमोली कीरतपुर निवासी अनिरुद्ध गोस्वामी बीते 8 महीने से अचानक गायब हो गया था। उसकी पत्नी रीता देवी व परिवार के अन्य लोगों ने इस संबंध में कोई भी सूचना स्थानीय थाने पर नहीं दी थी।
मृतक का बड़ा पुत्र 18 वर्षीय सोनू और उसकी एक बहन बचपन से ही अपने ननिहाल जीयनपुर थाना जैदपुर में रहता है। 4 दिन पहले 29 जुलाई को अनिरुद्ध का बड़ा बेटा सोनू राशन और अनाज लेने ननिहाल से घर आया।
सोनू ने जब कमरा खोला तब अंदर से तेज बदबू आई। शंका होने पर इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई। ग्रामीणों की मौजूदगी में पुलिस ने कमरे के अंदर बदबू आने वाले स्थान की खुदवाई करवाई तो उसके अंदर अनिरुद्ध का शव मिला।
पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए जब तफ्तीश शुरू की तो घटना में चौका देने वाला खुलासा हुआ। अनिरुद्ध की पत्नी रीता का गांव के ही अजय नामक व्यक्ति से अवैध संबंध था।
घटना के लगभग 1 माह पहले मृतक अनिरूद्ध अपनी पत्नी रीता व अजय को अपने घर में आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया था। इसके बाद अनिरूद्ध व अजय में विवाद हो गया। वहीं, अनिरूद्ध अपनी पत्नी रीता को मारता भी था।
घटना के बाद नाराज अजय और रीता ने मिलकर अनिरुद्ध को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। जनवरी के महीने में गांव में ही रामलीला का नाटक चल रहा था। बड़ी बेटी व छोटा बेटा ही रीता के साथ रहते थे और बीच वाली बेटी व बेटा ननिहाल जीयनपुर थाना जैदपुर में रहते थे।
घटना वाली रात बड़ी बेटी व छोटा बेटा रामलीला नाटक देखने चले गये थे। आधी रात में रीता ने अजय को फोन कर बुलाया और कहा कि पूरा गांव व पड़ोस के लोग नाटक देखने गए हैं, यह अच्छा मौका है। इसके बाद अजय अपने चाचा तेज प्रताप उर्फ तेजा को साथ लेकर आया और सो रहे अनिरूद्ध को गले में प्लास्टिक की रस्सी डालकर मार दिया।
इस दौरान रीता ने अनिरूद्ध के पैर दबाए रखा, जब विश्वास हो गया कि उसका पति मर गया तब उसे छोड़ दिया गया। इसके बाद घर में ही गड्ढा खोदकर गाड़ दिया गया। ऊपर से गोबर से लिपायी कर दी। सुबह रीता गांव में घूमघूम कर कहने लगी कि रात में अनिरूद्ध ने मारा पीटा और मेरे सोने के गहने लेकर चण्डीगढ़ चला गया।
घटना तब सामने आयी जब मृतक का बड़ा लड़का 8 महीने बाद राशन लेने घर आया था। पुलिस ने तीनों को हत्या के मामले में जेल भेज दिया है।