भोजपुर : एक युवक की हत्या में शामिल होने के संदेह में उग्र भीड़ ने एक महिला के कपड़े फाड़ दिये और उसे निर्वस्त्र करके घुमाया। इस दौरान उसकी पिटाई भी की गई। पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने बताया कि यह घटना रविवार को लापता हुए 19 वर्षीय विमलेश शाह का शव सोमवार की सुबह रेलवे ट्रैक के नजदीक बरामद होने के बाद हुई।
उन्होंने बताया कि शाह के गांव दामोदरपुर के लोगों ने उसका शव बरामद होने के बाद रेड लाइट एरिया में रहने वालों पर उसकी गला घोंट कर हत्या करने का संदेह व्यक्त किया।ग्रामीणों ने स्थानीय बाजार में कई दुकानों में आग लगा दी और कई लोगों की पिटाई की। उग्र ग्रामीणों ने एक महिला के कपड़े फाड़ दिये और उसके बाद उसे निर्वस्त्र करके घुमाया। इस दौरान महिला की पिटाई भी की गई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि भीड़ ने पास से गुजर रही ट्रेन पर भी पथराव किया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को हिंसा पर उतारू लोगों को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी। भीड़ की ओर से भी गोलीबारी की गयी ।
उन्होंने वहां स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए कहा कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज किये जाने के साथ भीड़ में शामिल लोगों की शिनाख्त कर उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी है
।वहीं अब इस मामले में भाई की मौत के सदमे में बहन ने भी दम तोड़ दिया है। इस मामले में जुड़े 15 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दूसरी ओर एक खबर के मुताबिक घटना के बाद 8 पुलिस कर्मियों के सस्पेंड कर दिया गया है। आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस घटना को लेकर नीतीश सरकार पर सवाल उठाए हैं।
तेजस्वी ट्वीट में लिखा, “नीतीश जी के कुशासनी राज में कल बिहार के आरा में एक महिला को निर्वस्त्र दौड़ा-दौड़ा कर मॉब लिंचिंग की कोशिश की गई। इंसानियत को तार-तार करने वाली इस घिनौनी घटना को देख व सुन रूह कांप गयी। नैतिक बाबू, अगर मानवता, शर्म और संवेदना बची है तो अंतरात्मा जगी जल्दी से राजभवन पहुंचिये।”