मुंबई- पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी के बुक लॉन्च इवेंट के ऑर्गेनाइजर सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर सोमवार को स्याही पोती गई। स्याही फेंकने का आरोप शिवसेना के मेंबर्स पर है। कसूरी की बुक ‘नाइदर अ हॉक नॉर अ डव’ की लॉन्चिंग सोमवार को ही मुंबई में होनी है।
इस घटना के बाद कुलकर्णी ने कहा, हम डरने वाले नहीं हैं। हम प्रोग्राम करेंगे। इस बीच, पाक के पूर्व मंत्री ने कहा, ”हम प्रोग्राम करेंगे। मैं यहां होटल में बैठने नहीं आया हूं।” बता दें कि शिवेसना मुंबई में इस बुक लॉन्चिंग इवेंट का विरोध कर रही है।
सीएम फडणवीस ने कहा, सिक्युरिटी देंगे
दूसरी ओर, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि कसूरी के प्रोग्राम के दौरान पूरी सिक्युरिटी दी जाएगी। सीएम ने कहा, “प्रॉपर वीजा पर भारत आने वाले किसी भी विदेशी डिप्लोमेट को सिक्युरिटी देना सरकार का काम है। कसूरी के प्रोग्राम को भी पूरी सिक्युरिटी दी जाएगी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम प्रोग्राम में उठाए जाने वाले मुद्दों से सहमत हैं।
इसके पहले रविवार को उद्धव ठाकरे की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कसूरी के बुक लॉन्च इवेंट को रोकने की धमकी दी थी। इसके बाद कुलकर्णी ने इस इवेंट के लिए महाराष्ट्र सरकार से सिक्युरिटी की मांग की थी। सोमवार की सुबह उन्होंने सिक्युरिटी का भरोसा मिलने पर महाराष्ट्र के सीएम को शुक्रिया भी कहा था।
किसने क्या कहा?
* कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने स्याही पोते जाने की घटना की निंदा की है उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे अपने गुंडों को काबू में रखें।
* एनसीपी ने इस घटना के लिए महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार को घेरा है।
* बीजेपी की सायना एनसी ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में इस प्रकार की किसी भी घटना को इजाजत नहीं दी जा सकती।
* शिवसेना ने अपने मेंबर्स की इस हरकत को सपोर्ट किया है। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, ”यह तो बहुत हल्का रिएक्शन है।
कुलकर्णी फॉरेन पॉलिसी थिंक टैंक ऑब्जर्वर एंड रिसर्च फाउन्डेशन के चेयरमैन हैं। उन्हीं के ऑर्गनाइजेशन की तरफ से कसूरी की लिखी बुक की लॉन्चिंग होनी है। कुलकर्णी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और बीजेपी के सीनियर लीडर लालकृष्ण आडवाणी के स्पीच राइटर रहे हैं। आईआईटी ग्रैजुएट कुलकर्णी ने 13 साल बीजेपी में रहने के बाद 2009 में पार्टी का साथ छोड़ दिया था।
कुछ दिन पहले शिवसेना के विरोध के बाद पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली का मुंबई और पुणे में मशहूर गजल गायक जगजीत सिंह की याद में होने वाला कॉन्सर्ट कैंसल हो गया था। इसे लेकर देश में राजनीति गरमाई हुई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें दिल्ली और यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने लखनऊ में कार्यक्रम करने का इनविटेशन दिया है।
बताया जा रहा है कि गुलाम अली और पूर्व पाक मंत्री कसूरी का विरोध करके शिवसेना जम्मू-कश्मीर में आतंक के खिलाफ लड़ते हुए शहीद होने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देना चाहती है।