गुजरात में कांग्रेस विधायकों के टूटने की आशंकाओं का जन्म कांग्रेस के बागी विधायक अल्पेश ठाकोर और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघानी के बयान के बाद हुआ जिसमें कहा गया था कि राज्य में कांग्रेस विधायक टूट सकते हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 में गुजरात में कांग्रेस का सफाया हो जाने के बाद देश की प्रमुख राजनीतिक पार्टी कांग्रेस में दंगल जारी है। इसी के बीच ऐसी अपुष्ट खबरें भी उड़ रही हैं कि बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता भारतीय जनता पार्टी में शमिल हो सकते हैं। ताज़ा अफ़वाह ये है कि कांग्रेस के 10 से ज़्यादा विधायक भाजपा का दामन थामने की तैयारी में हैं।
राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि गुजरात से राज्यसभा की दो सीटों के लिए होने वाले चुनाव के संदर्भ में ऐसा होना मुमकिन है कि कांग्रेस से कई नेता भाजपा में शामिल हो जाएं।
उधर, भाजपा की पूरी तैयारी है कि दोनों राज्यसभा सीटों उसी के पास बनी रहें। गांधीनगर से अमित शाह और अमेठी से स्मृति ईरानी के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद राज्यसभा की दो सीटें खाली हुई हैं। इन्हीं खाली सीटों के लिए जद्दोजहद जारी है।
मैं बिकाऊ नहीं हूं : मादाम
हालांकि कांग्रेस नेताओं और विधायकों ने ऐसी अफवाहों को निराधार करार देते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी एकजुट है और वो भाजपा में जाने के बारे में नहीं सोच रहे हैं। जामखामभलिया से कांग्रेस के विधायक विक्रम मादाम ने कहा ‘अगर मेरे 36 टुकड़े भी कर दिए जाएं, तो भी मैं भाजपा जॉइन नहीं करूंगा’।
पहले जामनगर से सांसद रह चुके मादाम ने न्यूज़18 गुजराती टीवी से बातचीत करते हुए कहा कि ‘जो लोग मेरे भाजपा जॉइन करने की अफ़वाहें उड़ा रहे हैं, वो सनकी हैं। मैं बिकने की चीज़ नहीं हूं। पिछले तीन दिनों से मैं अपने क्षेत्र में घूम रहा हूं’।
भाजपा में जाने की अफवाहों को एक और कांग्रेस विधायक शिवभाई भूरिया ने भी साफ नकार दिया। बनासकांठा के देवदार से विधायक भूरिया ने कहा कि ‘ये कोरी अफवाह है क्योंकि मैंने किसी भाजपा नेता से मुलाकात तक नहीं की। मैं कांग्रेस के ही साथ हूं’।
अस्ल में, कांग्रेस के बागी विधायक अल्पेश ठाकोर और भाजपा के गुजरात अध्यक्ष जीतू वाघानी ने हाल में एक बयान जारी करते हुए अफवाहों की इस आग में घी का काम किया था, जिसमें कहा गया था कि थोक में कांग्रेस नेता पार्टी छोड़ सकते हैं।
राज्यसभा सीटों का गणित
राधनपुर से कांग्रेस विधायक रहने के बाद बागी हुए ठाकोर ने कहा था कि जल्द ही कम से कम 15 विधायक कांग्रेस छोड़ेंगे, जबकि वाघानी ने दावा किया था कि भाजपा दोनों राज्यसभा सीटें अपने नाम करेगी, भले ही उसके पास अभी आंकड़ा पूरा न हो।
गुजरात विधानसभा के ताज़ा हाल पर नज़र डाली जाए तो, 3 विधायकों के अयोग्य घोषित होने के बाद 182 की जगह 179 विधायक हैं। इनमें से 103 भाजपा के हैं जबकि 71 विधायक कांग्रेस के।
बीटीपी के दो, एनसीपी का एक और निर्दलीय दो विधायक हैं। इनमें से एक ने भाजपा को समर्थन दिया है जबकि बाकियों ने कांग्रेस को।
इस आंकड़े के आधार पर अमित शाह और स्मृति ईरानी के चुनाव के बाद राज्यसभा की दो खाली सीटों में से एक कांग्रेस के खाते में जा सकती है।