इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड को हराकर क्रिकेट वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। इंग्लैंड की जीत ने जहां उसको 27 साल बाद सेमीफाइनल का टिकट दिलवाया तो वहीं इस जीत से सबसे ज्यादा निराशा पाकिस्तान टीम को हुई है। अब पाकिस्तान के सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावनाएं लगभग खत्म हो गई है।
आप कहेंगे लगभग क्यों ? इसका जवाब है कुछ स्थितियां ऐसी है जिससे पाकिस्तान अभी भी सेमीफाइनल में पहुंच सकता है लेकिन वह नामुमकिन जैसी है।
यहां बता दें कि ऑस्ट्रेलिया और इंडिया पहले ही सेमीफाइनल में जगह बना चुके हैं। अब इंग्लैंड तीसरी टीम बन गई है। आखिरी और चौथी टीम न्यूजीलैंड या पाकिस्तान में से कोई एक टीम होगी, लेकिन संभावनाएं न्यूजीलैंड की ओर इशारा कर रही है।
आइए जानते हैं क्यों पाकिस्तान के लिए सेमीफाइनल में जगह बनना नामुमकिन है।
दरअसल इस वक्त प्वाइंट्स टेबल पर नजर डाले तों न्यूजीलैंड के ही सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावना दिखती है क्योंकि उसके 11 प्वाइंट हैं। अगर पाकिस्तान बांग्लादेश को अपने आखिरी मुकाबले में हरा भी देता है तो उसके 11 प्वाइंट होंगे।
ऐसे में सेमीफाइनल में पहुंचने वाली टीम का फैसला नेट रन रेट के आधार पर होगा, जिसमें न्यूजीलैंड पाकिस्तान से बहुत ज्यादा आगे हैं।
पाकिस्तान के लिए अपने आखिरी मैच में नेट रन रेट न्यूजीलैंड से बेहतर करने के लिए वनडे क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़ी जीत दर्ज करनी होगी।
दरअसल न्यूजीलैंड के रन रेट से अपना रन रेट बेहतर करने के लिए पाकिस्तान को आखिरी मुकाबले में 311 रन से जीत की जरूरत होगी।
इसको आसानी से समझे तो अगर पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान की टीम 350 रनों का लक्ष्य बांग्लादेश को देती है तो उसे बांग्लादेश की पूरी टीम को 39 रनों के भीतर आउट करना होगा तभी वह सेमीफाइनल में पहुंच सकती है।
वहीं अगर बांग्लादेश की टीम शुक्रवार को पाकिस्तान के खिलाफ मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी भी चुन लेती है तब भी पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो जाएगी।