भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमों के बीच 19 मार्च को धर्मशाला में होने वाले मैच के लिए सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेने के लिए पाकिस्तान का एक दल सोमवार को अटारी सीमा पर पहुंचा और यहां से धर्मशाला के लिए रवाना हो गया।
हालाँकि इस पूरे मामले पर आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कल ही बीसीसीआई का पक्ष रखते हुए साफ़ किया की पीसीबी को पाकिस्तानी टीम की सुरक्षा का भरोसा दे दिया गया है और उसके कड़े इंतज़ाम मौजूद रहेंगे। उन्हें अलग से अपना सुरक्षा दल भेजकर जायज़ा लेना है तो उनकी मर्ज़ी है। वैसे उन्हें पहले ही सुरक्षा का भरोसा दिया जा चुका है।
ज्ञात हो कि आईसीसी वर्ल्ड ट्वेंटी20 में दोनों टीमों को ग्रुप मैच में भिड़ना है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘इस सुरक्षा मुआयने के लिए भारत ने पाकिस्तान के दो सदस्यों को वीजा जारी किया है, जबकि तीसरा सदस्य भारत में इस दल में शामिल होगा।’
इस दल में संघीय जांच एजेंसी के निदेशक और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के सदस्य शामिल हैं। यह दल भारत-पाकिस्तान की संयुक्त सीमा चौकी वाघा-अटारी को पार करने के बाद धर्मशाला के लिए रवाना हो गया, जो अटारी से 235 किलामीटर दूर है।
सुरक्षा दल से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘आप सभी जानते हैं कि हम यहां किस कारण से आए हैं।’ उन्होंने इस बारे में कोई और जानकारी नहीं दी। पाकिस्तानी दल में नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के एक अधिकारी भी शामिल होंगे, जो धर्मशाला मैच के लिए सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेंगे।
पाकिसतानी क्रिकेट टीम की सुरक्षा को लेकर चिंताएं तब उठीं जब पिछले सप्ताह हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा था कि उनकी सरकार पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को सुरक्षा नहीं मुहैया कराएगी।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व सैनिक और शहीदों के परिजन इस मैच का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान लगातार भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देता रहता है, जिसमें कई सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है।
[खेल डेस्क]