दुबई कोर्ट ने रविवार को 2 भारतीयों को 200 मिलियन डॉलर (1305 करोड़) के घोटाले में 500 साल से ज्यादा की सजा सुनाई गई है। गोवा के रहने वाले सिडनी लिमोस और उनके सीनियर अकाउंट स्पेशलिस्ट रियान डिसूजा का बड़ा ही रौब था।
फुटबॉल की दुनिया में उनके बड़े-बड़े खिलाड़ियों से पहचान थी। लिमोस और रियान ने मिलकर पोंजी स्कीम के तहत हजारों निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की।
इस स्कीम के तहत लिमोस ने निवेशकों को लालच दिया था कि उसकी कंपनी में 25000 डॉलर का निवेश करने पर उन्हें 120 पर्सेंट सालाना रिटर्न मिलेगा।
शुरुआत में लिमोस की कंपनी ने निवेशकों को खूब फायदा पहुंचाया, लेकिन 2016 में पोंजी स्कीम के पतन होने के बाद इस कंपनी ने निवेशकों को पैसा देना बंद कर दिया। मार्च 2016 में पोंजी स्कीम के धाराशायी होने के बाद दुबई इकनॉमिक डिपार्टमेंट ने उसी साल जुलाई में कंपनी के ऑफिस भी बंद कर दिए।
इस मामले में लिमोस की पत्नी के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। लिमोस की पत्नी पर सील ऑफिस में गैरकानूनी तरीके से घुसकर डॉक्यूमेंट ले जाने का आरोप है।
लिमोस 2015 में तब चर्चा में आया था जब उसकी कंपनी एफसी प्राइम मार्केट्स इंडियन सुपर लीग में गोवा फ्रेंचाइज की एफसी गोवा की स्पॉन्सर बनी। उसकी पहचान इस लीग से जुड़े बड़े चेहरों से भी थी, जिनमें मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से लेकर अभिषेक बच्चन और रणबीर कपूर तक शामिल हैं।
2017 से जेल में था लिमोस
गोवा के मपूसा के रहने वाले सिडनी लिमोस को दिसंबर 2016 में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन तब वह जमानत पर रिहा हो गया था। वहीं पिछले साल जनवरी में उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। लिमोस के सीनियर अकाउंट मैनेजर रियान डिसूजा को पिछले साल फरवरी में दुबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया, जब वह भारत आ रहा था। वहीं लिमोस की पत्नी बच निकलने में कामयाब रही।
world news Dubai court sentences two Indians to over 500 years in jail