दीपावली पर मां लक्ष्मी की पूजा आपके लिए सुख व समृद्धि लेकर आएगी। इस बार दीपावली पर गुरु चित्रा संयोग बना रहा है। इस योग में माता महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूजा-पाठ से लेकर घर की सजावट के लिए बाजार से हर प्रकार की खरीदारी करना शुभ है।
जानकारों की मानें तो अमावस्या तिथि, गुरुवार का दिन और चित्रा नक्षत्र इन तीनों के एक साथ होने का योग बहुत कम बनता है। इस बार यह स्थिति बन रही है।
ज्योतिष में गुरु को सोना, भूमि, कृषि आदि का कारक ग्रह माना जाता है। जबकि चित्रा नक्षत्र चांदी, वस्त्र, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक चीजों के लिए खास व शुक्र की राशि वाला यह नक्षत्र समृद्धि का कारक है। गुरु, शुक्र के साथ नक्षत्र का संचार लाभप्रद रहेगा।
ये रहेंगे मुहूर्त
पं राजकुमार चतुर्वेदी ने बताया वैसे तो दिवाली से पहले 13 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र और इसके बाद 17 अक्टूबर को धनतेरस पर भी लोगों को खरीदारी करने का मौका मिला है। आज यानी दीपावली पर सुबह 7.27 बजे तक हस्त्र नक्षत्र रहेगा। इसके बाद चित्रा नक्षत्र लगने के साथ गुरु चित्रा योग शुरू हो जाएगा जो कि अगले 24 घंटे तक रहेगा। चौघड़िए के अनुसार सुबह 6.32 से 7:57 बजे तक शुभ, सुबह 10:47 से 12.12 बजे तक चर, दोपहर 12.11 से 1:32 बजे तक लाभ, दोपहर 1:32 से 3.02 बजे तक अमृत, शाम 4:27 से 5.51 बजे तक शुभ, शाम 5:51 से रात 7:21 बजे तक अमृत, रात 7:21 से रात 9.01 बजे तक चर, लाभ 12:11 से 1:46। अभिजित मुहूर्त 12:14 से 1:02 तक। शाम 7.22 से 9.19 तक वृषभ लग्न, रात 1:52 से 4.08 तक सिंह लग्न रहेगा। दीपावली पर ये सात चौघडि़ए एवं एक अभिजीत मुहूर्त और दो लग्न इन चौघडिय़ों, मुहूर्त व लग्न में लोग सुविधा अनुसार बाजार से खरीदी, घर-प्रतिष्ठानों में लक्ष्मी पूजा कर सकते हैं।
लक्ष्मी पूजा के लिए 2.32 घंटे का प्रदोषकाल
दीपावली पर अधिकांश भक्त माता का प्रदोषकाल में महालक्ष्मी की पूजा करते हैं। इस बार शाम 5.51 से रात 8.23 बजे तक 2.32 घंटे का प्रदोषकाल रहेगा। इस दौरान लोग धन,सुख-समृद्धि की कामना से लक्ष्मी, गणेश व कुबेर का पूजन कर सेकेंगे। इस बार एक और खास बात यह भी है कि दिवाली पर लक्ष्मी की विशेष पूजा के लिए चतुर्ग्रही योग का संयोग भी बन रहा है। जो कि रात 8:01 बजे के बाद शुरू होगा। इसमें सूर्य,चंद्र, बुध और गुरु चारों ग्रह तुला राशि में होंगे।