नई दिल्ली – इंडियन मुजाहिदीन के पूर्व प्रमुख यासिन भटकल के नए खुलासे के बाद सुरक्षा एजेंसियों के होश फाख्ता हो गए हैं। हैदराबाद की एक जेल में बंद भटकल ने अपनी पत्नी जाहिदा से फोन पर बताया है कि वह जल्द ही दमिश्क की मदद से जेल से भाग निकलेगा।
पत्नी के साथ पांच मिनट की बातचीत में उसने जो कहा, उसे सुनने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सकते हैं। भटकल ने जाहिदा से फोन पर बताया कि दमिश्क से लोग मदद कर रहे हैं। मैं जल्द ही रिहा हो जाऊंगा। वह सीरिया और इराक में सक्रिय बर्बर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से मदद लेने की बात कर रहा है।
इस जानकारी के बाद हैदराबाद की उस जेल की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, जहां जिहादी हमलों का मास्टरमांइड भटकल बंद है। इसके अलावा उसे ऐसी किसी जगह पर रखने की योजना पर चर्चा हो रही है, जहां उसे अधिक सुरक्षित तरीके से बंद रखा जा सके।
अधिकारियों को चिंता खासतौर पर दमिश्क के एंगल से है। यह इलाका आईएस के नियंत्रण में है, जहां से आतंकी संगठन जिहादी गतिविधियों को संचालित कर रहा है। हालांकि, आईएस अभी इराक और सीरिया तक ही सीमित है, लेकिन आईएस ने कुख्यात जिहादी समूह अल कायदा का स्थान ले लिया है।
इंडियन मुजाहिदीन के कथित संस्थापकों में से एक माने जाने वाले यासीन भटकल को बिहार-नेपाल के सीमावर्ती इलाके से अगस्त 2013 में गिरफ्तार किया गया था। तीस वर्षीय यासीन भटकल का असली नाम अहमद सिद्दीबप्पा है और वह कर्नाटक के रहने वाले हैं।
उस पर आरोप है कि उसने 2008 में अपने भाई रियाज और अब्दुल सुभान कुरैशी के साथ मिलकर इंडियन मुजाहिद्दीन की नींव रखी थी। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि इंडियन मुजाहिदीन की कमान पाकिस्तान के चरमपंथी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के हाथों में है।