नकदी का संकट झेल रहे यस बैंक समेत कुछ निजी क्षेत्र के बैंकों के संकट पर कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के नेतृत्व में ‘सही मायने’ में हिंदू खतरे में हैं। उन्होंने दावा किया कि परेशानी में घिरे अधिकतर खाताधारक इसी बहुसंख्यक समुदाय से हैं।
मुंबई : यस बैंक पर छाए संकट के बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने शनिवार को केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सही मायनों में देखा जाए तो मोदी सरकार में ‘हिंदू खतरे में हैं।’ उन्होंने दावा करते हुए कहा कि यस बैंक के अधिकांश खाताधारक इसी बहुसंख्यक समुदाय के लोग हैं।
नकदी का संकट झेल रहे यस बैंक समेत कुछ निजी क्षेत्र के बैंकों के संकट पर कांग्रेस के प्रवक्ता सचिन सावंत ने शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के नेतृत्व में ‘सही मायने’ में हिंदू खतरे में हैं। उन्होंने दावा किया कि परेशानी में घिरे अधिकतर खाताधारक इसी बहुसंख्यक समुदाय से हैं।
सावंत ने यह दावा किया कि ओडिशा के भगवान जगन्नाथ मंदिर की 545 करोड़ रुपये संकटग्रस्त यस बैंक में जमा हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की निगरानी में भगवान तक खतरे में हैं।
‘Hindus are in danger’ under Modi govt’s watch in true sense: Maharashtra Congress spokesperson Sachin Sawant on #YesBank crisis; claims most of hassled account-holders belonged to majority community
— Press Trust of India (@PTI_News) March 7, 2020
बता दें कि आरबीआई ने यस बैंक के कर्ज देने पर गुरुवार को एक माह की रोक लगा दी थी और खाताधारकों पर निकासी की सीमा 50 हजार रुपये तक सीमित कर दी थी। कांग्रेस प्रवक्ता सावंत ने यह भी कहा कि भाजपा और उससे संबद्ध संगठन ध्रुवीकरण की ओछी राजनीति के लिए ‘हिंदुओं के खतरे में होने’ की बात करते हैं लेकिन सही मायने में मोदी सरकार में हिंदू खतरे में हैं।
उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बैंकों में ज्यादातर पैसा बहुसंख्यक हिंदुओं का है जो कि अब सुरक्षित नहीं है। कई परिवार बर्बाद हो गए हैं। इसके लिए केवल मोदी सरकार जिम्मेदार है। इस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता सावंत ने पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक घोटाले का भी संदर्भ दिया। उन्होंने कहा कि जब पीएमसी बैंक पर संकट छाया, उस दौरान कुछ लोगों की उनका पैसा अटक जाने की चिंता में मौत तक हो गई।
आरबीआई की रोक से एक दिन पहले यस बैंक से वडोदरा स्मार्ट सिटी विकास कंपनी के 256 करोड़ रुपये निकाले जाने की ओर इशारा करते हुए सावंत ने कहा कि यह दिखाता है कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह केवल गुजरात के बारे में चिंतित हैं, देश को लेकर नहीं।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या जैसे भगोड़ों ने बहुसंख्यक हिंदुओं का पैसा लूटा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के करीब 109 बैंक संकट में हैं क्योंकि उनका पैसा यस बैंक में फंस गया है।
बता दें कि एक दिन पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यस बैंक पर छाए संकट को दूर करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि लोगों का पैसा पूरी तरह सुरक्षित है और रिजर्व बैंक इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द निकालने पर काम कर रहा है।
वित्त मंत्री ने भले ही लोगों का पैसा नहीं डूबने देने की बात कही है। परंतु यस बैंक ने जिन कंपनियों को कर्ज दिया वो या तो डूब गईं या फिर संकटग्रस्त हो गईं। ऐसे में कर्ज की वापसी रुकने से बैंक पर संकट के बादल छा गए।
इस संकट के पीछे कर्ज ना लौटाने और डूब जाने वाली कंपनियों में कैफे कॉफी डे, जेट एयरवेज, वोडाफोन, अनिल अंबानी समूह, एस्सेल, डीएचएफएल, आईएलएफएस उन संकटग्रस्त कंपनियों में शामिल हैं। इन सभी को यस बैंक ने कर्ज दिया था। इन सभी कंपनियों में से कुछ पूरी तरह से डूब चुकी हैं और कुछ संकटग्रस्त हैं।
उदाहरण के लिए बात करें तो जेट एयरवेज बीते साल ही डूब चुकी है। आइडिया ग्रुप के साथ मिलकर टेलीकॉम सेवा प्रदान करने वाली कंपनी वोडाफोन पिछले दिनों एजीआर भुगतान को लेकर चर्चा में रही थी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने खासी नाराजगी जताई थी और 12 बजे रात तक भुगतान करने के निर्देश दिए थे।
बता दें कि उस समय वोडाफोन आइडिया पर 53,000 करोड़ रुपये बकाया बताया गया था। खस्ताहालत जेट एयरवेज ने उड़ानें बंद कर दी थीं। कैफे कॉफी डे भी यस बैंक की कर्जदार है और इसके मालिक वीजी सिद्धार्थ ने बीते साल आत्महत्या कर ली थी।