लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष के लिए हृदय नारायण दीक्षित को चुन लिया गया है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा अध्यक्ष को उनकी कुर्सी तक ले गए। इस मौके पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे स्पीकर काफी अनुभवी और ज्ञानी व्यक्ति हैं और उनके विचारों, लेख को लोग पढ़ना चाहते हैं।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम चुनाव लड़कर आते हैं चुनावी मंचों पर एक दूसरे पर शब्द बाड़ों पर प्रहार करते हैं, लेकिन हमें विश्वास है कि अब इन विवादों से दूर रहकर 22 करोड़ जनता के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि हम विपक्ष के साथ मिलकर प्रदेश की जनता के उद्देश्य के लिए काम करें और जिस लिए जनता ने उन्हें चुना है वह काम हमसब मिलकर करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की स्थिति नहीं होने पाए कि लोगों को यह लगे कि हम विपक्ष के हैं तो हमारे साथ भेदभाव होगा। मुख्यमंत्री ने कहा हम एक बार फिर से उत्तर प्रदेश को नंबर एक पर पहुंचाएंगे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत के जिन लोकतांत्रिक परंपराओं के प्रति जिनकों लेकर हम आज यहां उपस्थित हुए हैं उसे स्थापित करने के लिए हम काम करेंगे। हमें अपने विपक्षी जनों का भी भरपूर सहयोग चाहिए, प्रदेश की आबादी 22 करोड़ है लेकिन जब हम विकास को देखते हैं तो यह काफी पीछे है, हमे प्रदेश को विकास की राह पर लेकर जाना है। वहीं इससे पहले विधायकों की बैठक के साथ योगी आदित्यनाथ ने साफ संदेश दिया है कि वह अपने प्रोटोकॉल का सही इस्तेमाल करें।
विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक और मंत्रियों से अपने पद का सही इस्तेमाल करने को कहा है। उन्होंने मंत्रियों से कहा कि वह लाल बत्ती का सही इस्तेमाल करें और संयमित व्यवहार करें। उन्होंने कहा कि मंत्रियों के परिजन किसी भी सरकारी काम में हस्तक्षेप नहीं करें। विधायकों के साथ बैठक के बाद उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिए हैं कि मंत्री लाल बत्ती का इस्तेमाल तो करें लेकिन इसका बेजा इस्तेमाल नहीं करें।
आपको बता दे कि योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और मुख्यमंत्री पद संभालते ही उन्होंने एंटी रोमियो दल, अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई शुरु कर दी थी। मुख्यमंत्री ने 29 मार्च को मुख्यमंत्री आवास का शुद्धिकरण कराने के बाद यहां प्रवेश किया था, जिसके बाद उन्होंने फलाहार के कार्यक्रम का आयोजन कराया था जिसमें तकरीबन 150 लोग शामिल हुए थे।