नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मुगलों और अंग्रेजों को शासन के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था को लगातार कमजोर किया गया। मुगल और ब्रिटिश शासन भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए जिम्मेदार है। मुगलों के शासन के पहले भारतीय अर्थव्यवस्था काफी बेहतर थी। जो मुगलों और अंग्रेजों के शासन के दौरान काफी कमजोर हो गई। आदित्यनाथ ने शुक्रवार को मुंबई में वर्ल्ड हिंदू इकॉनमिक फोरम-2019 के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए ये बातें कहीं। हैदराबाद सांसद असदुदीन औवेसी ने इस पर कहा है कि आदित्यनाथ ने ये साबित कर दिया कि उनको कुछ नहीं पता है।
मुगलों से पहले विश्व व्यापार में भारत की भागीदारी 36 फीसदी योगी आदित्यनाथ ने कहा, मुगलों का राज भारत में आने से पहले विश्व व्यापार में भारत की भागीदारी करीब 36 फीसदी के करीब थी। जो मुगलों के वक्त लगातार घटी। अंग्रेजों ने जब शासन करना शुरू किया तो ये घटकर 20 फीसदी पर आ चुकी थी। अंग्रेजों ने भारत के ग्रोथ रेट को सिर्फ 4 प्रतिशत बढ़ाया। आजादी के वक्त हालत काफी कमजोर थी। कुछ अर्थशास्त्रियों ने तो कम ग्रोथ रेट को हिंदू ग्रोथ रेट बताया था।
यूपी के सीएम ने कहा कि पुरानी चीजों से आगे बढ़ते हुए मोदी सरकार आने के बाद भारत के अंदर कई परिवर्तन हुए हैं। अर्थव्यवस्था के स्तर पर भी कई फैसले लिए गए हैं। योगी ने इस दौरान उत्तर प्रदेश की अपनी पीठ थपथपाते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ढाई साल में काम करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि यूपी में हर क्षेत्र में संभावनाएं हैं। खेती से लेकर कारोबार और पयर्टन में यूपी में खूब मौके हैं।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ के मुगलकाल में भारत की जीडीपी को नुकसान वाले बयान पर कहा कि उन्हें किसी चीज का ज्ञान नहीं है ये उन्होंने साबित कर दिया। हैदराबाद से सांसद औवेसी ने कहा कि उन्हें किसी विशेषज्ञ से पूछना चाहिए कि अर्थव्यवस्था कैसी चलती है। वो भाग्यशाली हैं कि यूपी का सीएम बन गए लेकिन उन्हें चीजों को समझना भी चाहिए।