मंडला – मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत देवदरा में भ्रष्टाचार का बोल बाला है। ग्राम पंचायत में शासन द्वारा संचालित हर योजना भ्रष्टाचार की भेट चढ़ रही है। ग्राम पंचायत पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते हुए एक युवक ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। युवक का आरोप है कि उसने ग्राम पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत प्रधान मंत्री कार्यालय तक किया लेकिन मामला जाँच के आगे बढ़ा ही नहीं। अनिल की शिकायत पर पी एम् ओ ने प्रदेश के मुख्य सचिव को जाँच करने के लिए पत्र भी जारी किया इसके बावजूद कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। इन्साफ मिलने तक युवक ने अब अन्न त्याग कर अनशन शुरू कर दिया है।
11 हज़ार से अधिक मतदाताओं वाली प्रदेश की इस सबसे बड़ी ग्राम पंचायत देवदरा इन दिनों सुर्खियों में है। ग्राम पंचायत पर भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप लगते हुए गाँव का ही युवक अनिल श्रीवास्तव आमरण अनशन पर बैठ गया है। अनिल का कहना है कि उसने आम लोगों की आवाज़ हमेशा ग्राम पंचायत में उठाई है। सड़क, इंदिरा आवास और शौचालय निर्माण की जानकारी सूचना के अधिकार के तहत ली गई जिससे पता चला की इंदिरा आवास भारी अनियमितताएं पाई गई है। शौचालयों का निर्माण कार्य ही नहीं हुआ है। कई जगह पर निर्माण कार्य हुए ही नहीं है। कर वसूली पर भ्रष्टाचार हुआ है।
अनिल का कहना है कि जनपद पंचायत ने अपनी जाँच में 35 लाख रूपये का भ्रष्टाचार उजागर किया है। यदि तरीके से जाँच हो तो करोड़ो का भ्रष्टाचार उजागर होगा। जनपद पंचायत की जाँच व कार्यप्रणाली से भी अनिल सहमत नहीं है। उनका कहना है कि इस मामले में उन्हें 90 पन्नों की अधूरी जाँच रिपोर्ट दी गई है और अब तक दोषियों के विरुद्ध भी कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
अनिल के आरोपों पर जनपद पंचायत के प्रभारी सी ई ओ वी के श्रीवास्तव का कहना है कि जाँच में करीब 35 लाख रूपये के बिल वाउचर प्राप्त नहीं हुए थे। इसकी पूरी रिपोर्ट एस डी एम कार्यालय को दे दी गई है। मामला एसडीएम न्यायलय में विचारधीन होने का हवाला होते हुए सी ई ओ सवालों से बचते नज़र आये।
तो वहीं ग्राम पंचायत के सरपंच शेर सिंह अपनी लोकप्रियता का हवाला देते हुए बताते है कि वो लगातार तीसरी पंच वर्षीय सरपंच है। ग्रामीणों के बीच वो खासे लोकप्रिय है। उनका कहना है कि ग्राम पंचायत में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। अनिल द्वेषवश भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों को प्रताड़ित कर रहा है।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष संजय सिंह परिहार अपने साथी राजेन्द्र राजपूत, दीपेश बाजपाई, रामू बर्वे सहित लोगों के साथ अनसन कर रहे युकक से मिलने धरना स्थल पर पहुंचकर उसका समर्थन किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस अनिल को नैतिक समर्थन देने पहुंची है। अभी तो अनिल के पास केवल 36 लाख रूपये के भ्रष्टाचार के प्रमाण है लेकिन यदि प्रशासन निष्पक्ष जाँच करें तो करोडों का भ्रष्टाचार उजागर होगा। उन्होंने जनपद पंचायत पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए एलान किया की अब कांग्रेस हर ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार को उजागर करने का काम करेंगी।
रिपोर्ट@ सैयद जावेद अली