नई दिल्ली : एसबीआई चेयरमैन का पदभार संभालने के एक साल के अंदर, रजनीश कुमार ने बड़े कार्पोरेट्स को अधिक लोन देने की जगह कम जोखिम लेकर काम करने पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। रजनीश कुमार का लक्ष्य अगले दो सालों में छोटे लोन में इजाफा करना है। उनका प्लान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में बैंक के 3.9% शेयर बेचने और पूंजी जुटाने के लिए एसबीआई जनरल इंश्योरेंस को 4% शेयर बेचने का भी है।
रजनीश कुमार ने बताया कि कैसे आज भी 212 साल पुराना बैंक लोगों के विश्वास पर खरा उतरने में कामयाब रहा है। एसबीआई चेयरमैन ने बताया कि रोज मोबाइल ऐप के जरिए 25 हजार से अधिक नए अकाउंट खोले जा रहे हैं। वो कहते हैं कि पहले 500 करोड़ से अधिक के लोन की तरफ भागते थे लेकिन अब जिनकी रेटिंग AA है उन्हीं को बड़े लोन दिए जा रहे हैं। जबकि कार्पोरेट के बारे में भी पड़ताल की जाती है लोन देने से पहले कि वो कितने सक्षम हैं।
रजनीश कुमार बताते हैं कि ऋण को लेकर बैंक की बाजार में हिस्सेदारी थोड़ी नीचे आई है, लेकिन वो इसके बढ़ने को लेकर आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा कि इस साल वो 18% तक छोटे ऋण बढ़ने की योजना बना रहे हैं। वो करेंट और बचत खातों पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और इसमें बेहतर की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि योनो ऐप के जरिए अकाउंट खोलने पर जीरो बैलेंस सुविधा जारी रहेगी।
एसबीआई चेयरमैन ने बताया कि रोजाना 60 हजार से अधिक सेविंग अकाउंट खोले जा रहे हैं इसमें 25 हजार से अधिक ऑनलाइन खोले गए हैं। वहीं इन खाताधारकों में बड़ी संख्या में नवयुवक हैं जिन्होंने ये अकाउंट खुलवाए हैं। उन्होंने बताया कि एसबीआई के पास 18-35 आयु वर्ग के लगभग 17.4 करोड़ ग्राहक हैं और 33-55 आयु वर्ग में 13 करोड़ रुपये हैं। जबकि लगभग 9 करोड़ ग्राहक 55 साल से अधिक आयु वर्ग के हैं और लगभग 41 प्रतिशत ग्राहक 35 साल से नीचे हैं। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन अकाउंट सुविधाजनक होने से इसका इस्तेमाल अधिक लोग करने लगे हैं।