युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने कहा कि वह हमेशा निरंतरता पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करते हैं, क्योंकि एक तेज गेंदबाज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अधिक ढीली गेंदें नहीं दे सकता।
युवा भारतीय तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने टी20 विश्व कप में अपने अच्छे प्रदर्शन का श्रेय ऑस्ट्रेलिया की कठोर और उछाल भरी पिचों पर गेंदबाजी लाइन में निरंतरता रखने को दिया है। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज 23 साल के अर्शदीप ने मौजूदा टी20 विश्व कप में चार मैच में नौ विकेट चटकाए हैं, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ 32 रन पर तीन विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
अर्शदीप ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ”मेरा ध्यान हमेशा से प्रदर्शन में निरंतरता पर रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आप काफी ढीली गेंद फेंकने की स्थिति में नहीं होते। मैं नई गेंद या फिर पुरानी गेंद से भी गेंदबाजी करते हुए अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं। मैं जरूरत के हिसाब से विकेट चटकाना चाहता हूं या फिर रन गति पर अंकुश लगाना चाहता हूं।”
उन्होंने कहा, ”पारस म्हांब्रे (भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच) ने मेरे साथ गेंदबाजी रन अप पर काम किया। उन्होंने कहा कि अगर मैं सीधा आऊंगा तो मेरी लाइन में अधिक निरंतरता होगी। ऑस्ट्रेलिया की विकेटों पर आप खराब लाइन के साथ गेंदबाजी नहीं कर सकते।”
उन्होंने कहा, ”इसलिए मैं सीधे आने का प्रयास कर रहा हूं और मुझे नतीजे भी दिख रहे हैं लेकिन उम्मीद करता हूं कि इससे भी बेहतर करूंगा।” अर्शदीप ने अपनी बाउंसर पर निर्भर रहते हुए डेथ ओवरों में कुछ शानदार गेंदबाजी की है।
यह पूछने पर कि वह ऑस्ट्रेलिया के हालात में अपनी लेंथ पर क्या काम कर रहे हैं तो उन्होंने कहा, ”हम लगभग एक हफ्ता पहले पर्थ पहुंचे और अपनी लेंथ पर काम किया क्योंकि सभी की लेंथ अलग अलग होती है।”
इस तेज गेंदबाज ने कहा, ”अभ्यास करते हुए हम उछाल को देखते हुए सही लेंथ को पहचानने में सफल रहे। मुझे लगता है कि अच्छी तैयारी के साथ हमने अच्छे नतीजे हासिल किए।” इस साल भारत की ओर से पदार्पण करने वाले अर्शदीप टी20 विश्व कप में प्रभावशाली प्रदर्शन कर चुके हैं जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ तीन विकेट भी शामिल हैं।