चेन्नई : देश में रोजाना दुष्कर्म के कई मामले सामने आते हैं लेकिन चेन्नई में जो मामला सामने आया है किसी को भी हैरान कर देगा। दरअसल, यहां 15 लोग एक 11 वर्षीय दिव्यांग युवती से पिछले 6 महीने से दुष्कर्म करते आ रहे थे। इस घिनौने अपराध में उनके साथ अन्य लोग भी शामिल थे। घटना सामने आने के बाद पुलिस ने कुल 18 लोगों को अब तक गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार सुनने में अक्षम इस छात्रा ने 13 जुलाई को अपनी बहन से बताया कि उसे पेट में तेज दर्द हो रहा है। पूछने पर अपनी बहन को उसने अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया। उसने बताया कि जिस अपार्टमेंट में वह रहती है उसी में काम करने वाले कारीगरों ने उसके साथ यह घिनौना कृत्य किया। इसके बाद उसकी बहन ने अपने माता-पिता को ये बातें बताई तब जाकर उन्होंने पुलिस में इस मामले को दर्ज कराया।
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित का परिवार मुख्य रूप से नई दिल्ली का है लेकिन ये लोग 30 सालों पहले चेन्नई आ गए थे और तब से यहीं रह रहे हैं। वे 300 घरों वाले अपार्टमेंट में रहते हैं जहां 24 घंटे सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहती है। शिकायत में पीड़िता की माता ने कहा कि उसकी बच्ची के साथ ये दुष्कर्म की घटना 15 जनवरी से शुरू हुई जब 66 वर्षीय लिफ्ट ऑपरेटर रवि ने उसकी बच्ची को बहला-फुसला कर किसी एकांत स्थान पर ले गया जहां उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।
कुछ दिन के बाद, वह दो अन्य लोगों को अपने साथ लेकर आया, जो शराब और ड्रग्स के नशे में थे, फिर उन तीनों ने मिलकर फिर मेरी बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। उन्होंने इसका वीडियो भी बनाया और उसे धमकी देने लगे वह किसी को नहीं बताए और वे जहां भी बुलाए वह आ जाए। इसी डर के चलते लड़की चुपचाप रही।
महिला ने कहा कि आरोपी ने लड़की को कभी कॉम्प्लेक्स की सुनसान जगह जैसे कभी बेसमेंट में, कभी पब्लिक वॉशरूम में, कभी अपार्टमेंट की छत पर तो कभी जिम में उसके दुष्कर्म किया। शिकायत में आगे कहा गया कि आरोपी लड़की के गर्दन के चारों तरफ बेल्ट तो उसकी आंखों पर पट्टी बांध देते थे साथ ही कभी-कभी उसे सॉफ्ट ड्रिंक पिला कर उसके साथ दुष्कर्म करते थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपी बच्ची के स्कूल से आने तक अपार्टमेंट के गेट पर उसका इंतजार करते रहते थे जब वह आ जाती थी तो उसे लेकर वहां से चले जाते थे। वे उसे लेकर कभी बाथरुम में चले जाते थे तो कभी खाली पड़े फ्लोर पर चले जाते थे। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी कैमरा सिर्फ एंट्रेंस पर लगा हुआ है।
पीड़िता के पिता जो एक इलेक्ट्रॉनिक की शॉप चलाते हैं वह घर से जल्दी निकल जाते हैं। बच्ची की मां हाउसवाइफ है जबकि उसकी बड़ी बहन वहीं पास के शहर में कॉलेज में पढ़ती है। उसकी मां समझती थी कि उसकी छोटी बेटी खेलने की वजह से घर आने में देरी कर रही है और वह उसके आने का इंतजार करती रहती थी। मामला सामने आने पर सोमवार को महिला कोर्ट में उनके बयान दर्ज कराए गए। जिसके बाद 18 लोगों को सोमवार को गिरफ्तार किया गया जिसमें प्लंबर, सुरक्षा गार्ड और हाउस कीपिंग स्टाफ शामिल हैं।
गिरफ्तार आरोपियों में से तीन लोगों ने अपना अपराध कबूल किया है। पुलिस ने बताया कि सभी आरोपी 23 से 66 साल की उम्र के हैं सभी से पूछताछ की जा रही है। बता दें कि इसके पहले 11 जून को भी तिरुवल्लूर में ऐसी ही घटना सामने आई थी। जिसमें 10वीं की एक छात्रा को शराब और ड्रग्स देकर 11 लड़कों ने मिलकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। घटना में सात लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया था।