आबू रोड: ब्रह्माकुमारीज संस्था द्वारा समस्त राजस्थान में लोगों के सर्वागिण विकास के लिए सोशल एक्टिविटी ग्रुप, सोशल विंग, ग्राम विकास विंग, मेडिकल तथा ह्दयरोग निवारण विभाग द्वारा आयोजित म्हारो राजस्थान के सभी यात्राओं के आबू रोड पहुंचने पर समापन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अभियान में करीब बीस दिनों में 8 हजार किमी की यात्रायें पूरी की। क्षेत्रफल की दृष्टि से बड़े राज्य राजस्थान में अभियान यात्रियों ने पूरे क्षेत्र को इस अभियान के जरिए नाप दिया है।
इस अवसर पर संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने कहा कि हमारा राजस्थान फिर से खुशहॉल बने यही हमारा लक्ष्य है। इसके लिए संस्थान हर सम्भव प्रयास करेगी। कार्यक्रम में आये मुख्य अतिथि राजस्थान के पूर्व उपमुख्य सचेतक रतन देवासी ने कहा कि जो कार्य सरकार को करना चाहिए वह ब्रह्माकुमारीज संस्थान ने कर दिखाया है। साथ ही भविष्य में और भी सहयोग की जरूरत पड़ेगी तो राजस्थान सरकार करने के लिए कटिबद्ध है।
इस समारोह में माउण्ट आबू के उपखण्ड अधिकारी रविन्द्र गोस्वामी ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान लोगों में आत्मा की ज्याति जगाने के साथ साथ मनुष्य के सभी प्रकार के विकास के लिए प्रयासरत है। क्योंकि आप सभी देश, प्रदेश तो क्या पूरा विश्व घूमने की क्षमता रखते हैँ। ब्रह्माकुमारीज संस्थान प्रशासन के साथ अच्छा सहयोग कर रही है। कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज संस्थान की कार्यक्रम प्रबन्धिका बीके मुन्नी ने कहा कि यह दादी प्रकाशमणि का सपना था कि एक दिन पूरा राजस्थान खुशहाल बने।
इस कार्यक्रम में सोशल एक्टिविटी ग्रुप के अध्यक्ष बीके भरत, मीडिया प्रभाग के अध्यक्ष बीके करूणा ने लोगों को शुभकामनाएं देते हुए इस तरह के और आयोजन करने की उम्मीद जतायी। इस मौके पर बीके शांता, बीके चन्द्रकला, बीके पूनम, बीके भानू, बीके मोहन, बीके जितेन्द्र, बीके धीरज, बीके अमरदीप, बीके सचिन, बीके रामसुख मिश्रा, बीके रवि, बीके कृष्णा, बीके चन्दा समेत कई लोग उपस्थित थे।
अभियान यात्रियों का स्वागत: इस अभियान में शािमल यात्रियों का स्वागत किया गया। इसके साथ राजस्थान के ब्रह्माकुमारीज केन्द्रों की बहनों को भी सम्मानित किया गया।
दस लाख लोगों ने लिया संदेश: प्रत्येक अभियान के दौरान स्वच्छता एवं पर्यावरण के 310 कार्यक्रम, सम्पूर्ण स्वास्थ्य एवं व्यसनमुक्ति 256 प्रोग्राम, जल संवर्धन के दो सौ, उर्जा संरक्षण के दो सौ कार्यक्रम, किसान सशक्तिकरण के लिए 218 कार्यक्रम तथा ह्दय रोग के ढाई सौ कार्यक्रमों के दौरान दस लख तीस हजार 149 लोगों को ईश्वरीय संदेश दिया गया। अब तक समाचार पत्र एवं पत्रिकाओं में खासतौर पर नहीं जाता है।