नया एंड्रॉयड स्मार्टफोन खरीदने का ख्याल दिमाग में आते ही सबसे पहले आप उस फोन की रैम, रोम और प्रोसेसर के बारे में पता लगाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि स्पेसिफिकेशन के अलावा भी कुछ बातों का ध्यान रखा जाए, ताकि फोन की खरीदारी के बाद आपको पछताना न पड़े।
1. पुराने एंडरॉयड वर्जन वाली डिवाइस ना खरीदें –
स्मार्टफोन खरीदने जा रहे हैं तो उसके कैमरे और मैमोरी के अलावा इस बात पर भी ध्यान दें कि उसमें कौन सा एंड्रॉयड वर्जन आपको उपयोग करने को मिलेगा। यदि उसमें पुराना एंड्रॉयड वर्जन उपलब्ध है तो उसे न ही खरीदें।
पुराने एंड्रॉयड वर्जन का नुकसान – यदि आपने पुराने एंड्रॉयड वर्जन वाला स्मार्टफोन खरीद लिया है तो आपको उसमें नए अपडेट नहीं मिलेंगे। जबकि नए एंड्रॉयड वर्जन में सिक्योरिटी पर अधिक ध्यान दिया जाता है। इसके अलावा कई ऐसे गेम और एप्लिकेशन भी उपलब्ध होते हैं जोकि पुराने एंड्रॉयड वर्जन को सपोर्ट नहीं करते।
नए एंड्रॉयड वर्जन का फायदा – नया एंड्रॉयड वर्जन होने पर आपका फोन हमेशा अपडेट रहेगा। जरूरी नहीं कि नया एंड्रॉयड वर्जन मंहगे फोन में ही उपलब्ध हो। बल्कि आप कम बजट में नए एंड्रॉयड वर्जन वाला स्मार्टफोन खरीद सकते हैं।
2. सर्विस सेंटर की उपलब्धता –
अगर आप कोई भी एंड्रॉयड डिवाइस लेने का विचार बनाते हैं तो उसके फीचर्स के अलावा यह भी जांच कर लें कि जिस कंपनी की डिवाइस आप खरीद रहे हैं उसके सर्विस सेंटर की संख्या कितनी है। साथ ही यह भी पता लगाएं कि आपके शहर में उस कंपनी का सर्विस सेंटर है भी या नहीं।
सर्विस सेंटर न होने का नुकसान – यदि आपने किसी ऐसी कंपनी का एंड्रॉयड फोन खरीद लिया है जिसका सर्विस सेंटर आपके शहर में उपलब्ध ही नहीं हैं। तो आपको फोन में कोई भी समस्या होने पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आपको अपना फोन किसी लोकल मोबाइल शॉप पर ही रिपेयर कराना होगा जिससे फोन की वारंटी होने का कोई फायदा नहीं रहेगा। तो जरूरी है कि डिवाइस खरीदने से पहले सर्विस सेंटर का पता लगा लें।
3. अनजान ब्रांड की डिवाइस ना खरीदें –
आजकल बाजार में हर रोज नई-नई स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां दस्तक दे रही हैं। ऐसे में हर एक कंपनी बेहतर और शानदार डिवाइस ही मुहैया कराए ऐसा जरूरी नहीं। यदि आप किसी बड़े ब्रांड जैसे सैमसंग, सोनी, एलजी, माइक्रोमैक्स, एचटीसी और असूस के फोन खरीद रहे हैं तो इसमें कोई परेशानी नहीं क्योंकि लगभग सभी बड़े ब्रांड उपभोक्तओं को बेहतर सर्विस मुहैया कराते हैं। जबकि छोटे ब्रांड में इस बात की कोई गारंटी नहीं कि उनकी सर्विस कैसी होगी। इस लिए ऐसे ब्रांड के एंड्रॉयड फोन लेने से बचना चाहिए जिनके बारे में आपने कभी सुना ही न हो।
4. रिसर्च करके ही खरीदें –
वैसे तो बड़े ब्रांड ही क्यों न हो उसके बारे में रिसर्च तो जरूरी है क्योंकि इसके माध्यम से आप डिवाइस के बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन अगर आपको कोई छोटे ब्रांड का डिवाइस पसंद आ गया है तो उसे खरीदने से पहले उसके बारे में अच्छे से रिसर्च कर लें, उस कंपनी के बारे में पता लगा लें और उसके आफ्टर सेल्स सर्विस की जानकारी भी एकत्रित कर लें, साथ ही इंटरनेट के माध्यम से उस डिवाइस के बारे में रिव्यू और रेटिंग भी चेक करें और पूरी तरह तसल्ली होने पर ही डिवाइस को खरीदें।