गौरक्षा के नाम पर देश के कई हिस्सों में सामने आई हिंसा की घटना को लेकर मोदी सरकार में मंत्री रामदास अठावले ने कथित गौरक्षकों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने लोगों के साथ इस तरह की ज्यादती करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग भी की है। अठावले ने गौरक्षकों पर निशाना साधते हुए कहा कि बीफ खाने का सबको अधिकार है।
उन्होंने गौरक्षकों से कहा कि गौरक्षा के नाम पर भक्षक बनना ठीक नहीं है। गाय के नाम पर हो रही हिंसा को लेकर मोदी सरकार कई बार चेतावनी दे चुकी हैं, लेकिन फिर भी इस तरह की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। गुरुवार को महाराष्ट्र के नागपुर में एक शख्स को कथित तौर पर गोमांस ले जाने के शक में बुरी तरह से पीटा गया था। पिटाई से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री एवं रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के संस्थापक रामदास अठावले ने एएनआई से कहा, गौरक्षकों को गंभीर दंड दिया जाना चाहिए। बीफ खाने का अधिकार सबको है। गौ रक्षा के नाम पर इस तरह भक्षक बनना ठीक नहीं है। आपको पुलिस के पास जाने का अधिकार है, कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं। गौरक्षकों को कठोर सजा मिलनी चाहिए। अठावले का यह बयान ऐसे समय आया है जब देश में कथित गौरक्षकों द्वारा लोगों के साथ हिंसा की घटनाएं सामने आने को लेकर बहस जारी है। इन घटनाओं के कारण देश में राजनैतिक विवाद खड़ा हो रहा है। विपक्षी पार्टियां जैसे कांग्रेस केंद्र की बीजेपी सरकार पर गाय के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगा रही है।
बता दें कि पीएम मोदी ने 29 जून को गुजरात के साबरमती से गौरक्षकों को वार्निंग देते हुए कहा था कि गौभक्ति और गौरक्षा के नाम पर इंसानों की हत्या बर्दाश्त नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि देश के कानून को हाथ में लेने में इजाजत किसी को नहीं है और ऐसे लोगों के खिलाफ कानून अपना काम करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि गांधी और विनोबा भावे जो कि महान गौभक्त थे उन्हें भी गौभक्ति के नाम पर ऐसी हिंसा कबूल नहीं होती। पीएम मोदी इससे पहले भी कानून को हाथ में लेने पर कथित गौरक्षकों को चेतावनी जारी कर चुके हैं, लेकिन हाल ही घटनाओं को देखकर लगता नहीं है कि इन लोगों पर चेतावनी का कोई असर हुआ है।