यूपी के चित्रकूट जिले में प्रेम प्रसंग में बाधक पति की हत्या कर शव कमरे में दफन करने वाली महिला व उसे प्रेमी को पुलिस ने आठ दिन बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी महिला और उसके प्रेमी की निशानदेही पर शव दफन के दौरान प्रयुक्त फावड़ा बरामद किया गया। दोनों ने अपना जुर्म कुबूल कर बताया कि लाठी से सिर पर प्रहार कर हत्या की थी। गले में फंदा डालकर उसे घसीटकर गड्ढे में डाला था।
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा ने बताया कि पहाड़ी थानाध्यक्ष अरुण पाठक व उनकी टीम ने मुखबिर की सूचना पर रविवार की सुबह हत्यारोपी मायादेवी व उसके प्रेमी टुल्लू को मुख्यालय के बस स्टैंड के पास से पकड़ा। दो घंटे की पूछताछ के बाद हत्या करने का जुर्म कुबूल किया और प्रयुक्त फावड़ा बरामद कराया। इसी फावड़े से कमरे में गड्ढा खोदकर शव को दफन किया था।
बताते चलें कि पहाड़ी थाने के लोहदा निवासी शिवलोचन विश्वकर्मा पुत्र चुन्नू का विवाह बिलासपुर छत्त्तीसगढ़ की माया देवी से हुआ था। उसके दो बच्चे हैं। मायादेवी का गांव के ही टुल्लू से प्रेम प्रसंग होने पर दोनों ने मिलकर उसे दीपावली के कुछ दिन बाद घर में ही शराब पिलाकर मार डाला था। इसके बाद कमरे में ही शव गाड़ कर भाग गए थे।
6 जुलाई 2018 को मृतक की मां व भाई ने कमरे की मिट़टी दरकी देख शक होने पर पुलिस सूचना दी थी। जिस पर सात जुलाई को सीओ शिवबचन ने खुदाई कराई थी तो शव मिला था। इसके बाद महिला व प्रेमी पर रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
कुछ यूं रही कहानी
पुलिस के हत्थे चढ़ी पति हत्यारोपी कलयुगी पत्नी माया व उसके प्रेमी टुल्लू ने बताया कि गांव में रहने के दौरान दोनों के बीच प्यार हो गया था। वह अक्सर उसके घर आता तो माया के पति ने आपत्ति की। इसके बाद प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
दीपावली के कुछ दिन बाद पति ने घर में जमकर शराब पी और बेसुध हो गया। इस बीच प्रेमी को बुलाकर उसके सिर पर लाठी से प्रहार किए गए। जब उसकी मौत की पुष्टि हो गई तो गले में रस्सी फंसाकर खोदे गए गड्ढे में उसे दफना दिया। कुछ दिनों तक वह उसी घर मे रही फिर बच्चों को लेकर मायके चली गई। एक माह पूर्व बच्चों को मायके छोड़कर कर्वी आई और प्रेमी को स्टेशन बुलाकर सूरत चले गए। इसके बाद मुंबई गए जहां प्रेमी टाइल्स का काम करता था।
लाठी को चूल्हे में जलाकर सेंकी रोटी
हत्यारोपी कलयुगी पत्नी ने बताया कि जिस लाठी से उसकी हत्या की थी उस लाठी को चूल्हे में जलाकर रोटी सेंकी और प्रेमी के साथ मिलकर खाई थी। इससे सबूत भी मिट गया।
इसके बाद लोग उसके पति के बारे में पूछते तो वह कहती कि रगौली में काम चल रहा है वहीं रहते हैं इसलिए गांव आना नहीं हो रहा है। प्रेमी टुल्लू ने बताया कि हत्या के बाद दफनाए शव वाले स्थान के ऊपर ही दोनों चारपाई में रात को सोते थे।