भोपाल: दिल्ली के जेएनयू कॉलेज में हुई घटना को लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवम कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने बडा बयान दिया है उन्होंने कहा कि जेएनयू के छात्र-छात्राओं पर हमला करने वाले नकाबपोश अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के गुंडे थे, अगर इन गुंडों के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा कार्यवाही नहीं की गई, जो पूरी तरीके से भारत के गृहमंत्री अमित शाह के नियंत्रण एवं मार्गदर्शन में है, तो यही माना जाएगा कि जेएनयू के छात्र-छात्राओं के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी और गृहमंत्री का सुनियोजित षड्यंत्र था और यदि कार्रवाई नहीं होती तो यही माना जाएगा कि उन्होंने करवाया है, और अगर ऐसा है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए और प्रधानमंत्री को इसकी जांच करना चाहिये। ,यह बात दिग्जिवय सिंहने आज टीकमगढ़ के ओरछा में भगवान रामराजा सरकार के दर्शन करने के पश्चात पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुये कही। देखे video
गौरतलब है की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी कैंपस में रविवार को छात्रों के बीच जमकर लाठी, डंडे और पत्थर चले। यह हिंसक झड़प जेएनयू टीचर्स असोसिएशन की पब्लिक मीटिंग के दौरान हुई। लेफ्ट जहां हिंसा के लिए एबीवीपी को जिम्मेदार ठहरा रहा है, दूसरी तरफ आरएसएस से जुड़ा छात्र संगठन हिंसा के लिए लेफ्ट को जिम्मेदार ठहरा रहा है। एबीवीपी का आरोप है कि वामपंथी संगठनों से जुड़े छात्र राजनीतिक हितों के लिए जेएनयू में इमर्जेंसी जैसे हालात पैदा कर रहे हैं। उसका आरोप है कि लेफ्ट के छात्र रजिस्ट्रेशन नहीं होने दे रहे थे और जिन छात्रों ने रजिस्ट्रेशन की मांग की थी उन्हें हॉस्टलों में घुस-घुसकर मारा-पीटा गया।