खंडवा : ये तस्वीर खंडवा से आई है जंहा एक बुजुर्ग ने समय पर एम्बुलेंस ना मिलने के कारण दम तोड़ दिया। खंडवा में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 15 का आंकड़ा पार कर चुकी है।
यही वजह है की अब जिला प्रशासन आम मरीजो की केयर नहीं कर पा रहा है। तेज़ न्यूज़ को मृतक बुजुर्ग का बेटा रोते हुए बताता है की कैसे वो एक घंटे तक एम्बुलेंस का इन्तेजार करता रहा, गुहार लगाता रहा और आखिर कार स्कूटी से हॉस्पिटल पहुंचा, लेकिन वह भी डॉक्टर न नहीं मिले जब डॉक्टर आये तो उन्होंने बुजुर्ग को मारा घोषित कर दिया।
मध्य प्रदेश में इंदौर के बाद खंडवा में भी एक बार फिर वहीँ डरावनी तस्वीर देखने को मिली। 65 वर्षीय शेख हामिद को शुगर और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या के चलते मेडिकल की आवश्यकता थी।
परिवार वाले 108 और 100 नंबर पर मदद मांगते रहे। जिले के कलेक्टर एसपी तक को मदद के लिए गुहार लगाई लेकिन मदद नहीं मिली। थक हार कर परिवार वाले ही स्कूटी पर लेकर अस्पताल पहुचे। लेकिन तब तक देर हो गई थी। 65 के बुजुर्ग की अस्पताल के गेट पर ही मौत हो गई। अब यह रोती हुए आंखे सिस्टम से सवाल कर रही है कि क्या सिर्फ कोरोना के ही मरीजो को मरीज माना जाएगा।
मृतक हामिद के बेटे का कहना है अगर समय पर एम्बुलैंस आ जाती तो शायद उसके पिता की जान बचाई जा सकती थी।
अब इस मामले में जिला हॉस्पिटल की अपनी अलग दलील है उनका कहना है उस समय एम्बुलेंस अलग अलग जगह मरीज लाए गई थी इस वजह से एम्बुलेंस नहीं पहुँच पाई होगी।