अपराध शाखा अभी मौलाना साद के खिलाफ सबूत जुटा रही है। इसके बाद ही कानूनी कार्रवाई होगी। सूत्रों ने बताया कि अपराध शाखा की टीम सीधे नहीं, बल्कि कुछ लोगों के जरिए मौलाना के संपर्क में है। पहले नोटिस का जो जवाब अपराध शाखा को मिला, उसमें मौलाना साद के हस्ताक्षर हैं।
देशभर में कोरोना संक्रमण फैलाने वाले निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज के मौलाना मोहम्मद साद ने खुद को दिल्ली के जामिया नगर में ही क्वारंटीन किया है।
मरकज मामले की जांच कर रही अपराध शाखा की टीम के विश्ववसनीय सूत्रों के मुताबिक, यहां के जाकिर नगर में मौलाना की बहन का घर है। अपराध शाखा अभी मौलाना साद के खिलाफ सबूत जुटा रही है। इसके बाद ही कानूनी कार्रवाई होगी।
सूत्रों ने बताया कि अपराध शाखा की टीम सीधे नहीं, बल्कि कुछ लोगों के जरिए मौलाना के संपर्क में है। पहले नोटिस का जो जवाब अपराध शाखा को मिला, उसमें मौलाना साद के हस्ताक्षर हैं।
हालांकि साद ने पहले नोटिस का बहुत ही गोल-मोल जवाब दिया है। साद ने कहा कि सब कुछ मरकज में बंद है। इसके खुलने पर ही कुछ जानकारी मिल पाएगी।
दिल्ली पुलिस ने दूसरा नोटिस भेजकर मौलाना साद से और जानकारियां मांगी हैं। पुलिस ने जल्द ही सवालों के जवाब देने को कहा है।
उधर, अपराध शाखा की जांच में पता चला है कि मरकज में साफ-सफाई का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा जाता था। रोहिणी स्थित फोरेंसिक लैब की टीम ने वहां से काफी जैविक सैंपल उठाए हैं। इनमें थूक, बलगम व नेजल फ्लूड शामिल हैं।
टीम के सूत्रों के मुताबिक, इसी कारण मरकल के लोगों में कोरोना तेजी से फैल गया। हालांकि मरकज से किसी तरह का कैमिकल नहीं मिला है।
रोहिणी स्थित एसएफएल के अधिकारियों ने बताया कि अपराध शाखा के पुलिसकर्मियों के साथ मरकज में चार तरह जैविक, केमिकल, बायोलोजिकल और फोर्टा एक्सपर्ट टीमें गई थीं।
फोटो एक्सपर्ट टीमों ने अच्छा काम किया है। पूरे मरकज की वीडियोग्राफी की है और काफी फोटो खींचे हैं।s