इस्लामाबाद: पाकिस्तान में सिख लड़की का अपहरण करके धर्मांतरण और जबरन निकाह कराए जाने के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के गवर्नर मोहम्मद सरवर ने कहा है कि सिख लड़की और मुस्लिम लड़के के परिवार में समझौता हो गया है और लड़की जल्द अपने घर लौट जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों परिवारों के बीच इस मुद्दे पर सुलह हो गई है
राज्यपाल ने मंगलवार को कहा कि लड़की आजाद है और वह अपनी इच्छानुसार जीवन गुजार सकती है। लड़की अपने घर लौटेगी। बता दें कि इस मामले में पाकिस्तान सरकार को सिख समुदाय की नाराजगी और अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ा है। इससे पहले अधिकारियों ने दावा किया कि लड़की ने जान को खतरा बताकर अपने घर जाने से इंकार कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक लड़की अभी दारुल अमन में है और उसे घर लौटने में कुछ दिन और लगेंगे। हालांकि कौर की मां उनसे जल्दी ही मुलाकात कर सकती हैं।
Great news for Pakistani & Sikh communities across the world. Issue of Nankana girl was amicably resolved to the satisfaction of the concerned families. The girl is safe & in touch with her family. We shall continue to ensure the rights of minorities in Paistan! #Sikhcommunity pic.twitter.com/ZBiluHTucy
— Mohammad Sarwar (@ChMSarwar) September 3, 2019
बता दें कि, पाकिस्तान के ननकाना साहिब में एक सिख परिवार ने आरोप लगाया है कि उनकी 19 साल की बेटी को 27 अगस्त की रात अगवा कर जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया। इसके बाद लड़की का एक मुस्लिम लड़के से निकाह करा दिया। पीड़िता 30 अगस्त को मिल गई थी। कोर्ट के आदेश पर उसे शेल्टर होम भेज दिया है। इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस मामले को लेकर सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर निशाना साधते उन्होंने खान पर सिख लड़की की मदद करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया गया। सिंह ने पाकिस्तानी सिख लड़की के परिवार को पंजाब में बसने में मदद करने की भी पेशकश की थी।
वहीं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के अध्यक्ष और अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन का मुद्दा सिर्फ जगजीत कौर के बारे में नहीं है, बल्कि पिछले 75 दिनों में पाकिस्तान में लगभग 30 लड़कियों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया है