इस तूफान का असर 5 जून तक रहेगा। उन्होंने कहा कि 3, 4 और 5 जून को इंदौर, उज्जैन संभाग के 15 जिलों के अलावा भोपाल में भी भारी बारिश हो सकती है। कुछ जगहों पर 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलने की संभावनाएं हैं।
कोविड-19 महामारी से जूझ रही इंदौर पर अब चक्रवाती तूफान निसर्ग का खतरा मंडराने लगा है। पूर्वी अरब सागर से उठा ये डीप डिप्रेशन चक्रवाती तूफान बुधवार को महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों होते हुए इंदौर संभाग में प्रवेश करेगा, जिसकी रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है।
तूफान के मद्देनजर मध्य प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी ट्वीट कर लोगों से सुरक्षित रहने की अपील की है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि निसर्ग का खतरा मध्य प्रदेश पर मंडरा रहा है। ऐसे में आप सब जागरूक और सतर्क रहें। अपना और अपनों का हरसंभव ध्यान रखें। सभी सुरक्षित रहें ईश्वर से यही प्रार्थना है।
मौसम केंद्र के वैज्ञानिक संजय कुमार शर्मा के मुताबिक, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से होते हुए निसर्ग तूफान मध्य प्रदेश में पहुंचेगा।
इस तूफान का असर 5 जून तक रहेगा। उन्होंने कहा कि 3, 4 और 5 जून को इंदौर, उज्जैन संभाग के 15 जिलों के अलावा भोपाल में भी भारी बारिश हो सकती है। कुछ जगहों पर 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलने की संभावनाएं हैं।
ऐसे में लोगों से अपील की जा रही है कि वे पेड़ों के नीचे खड़े न हो और अपने जानवरों को भी सुरक्षित स्थानों पर रखे जिससे किसी तरह के जानमाल का नुकसान न हो सके।
राजधानी भोपाल के मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक, पूर्वी अरब सागर में बना निसर्ग तूफान बुधवार सुबह से तीव्र चक्रवाती तूफान में बदलकर उत्तर दिशा की ओर बढ़ गया है।
इस तूफान के उत्तरी महाराष्ट्र के तट से टकराने के बाद गहरे निम्न दाब क्षेत्र में तब्दील होने की आशंका जताई जा रही है। और उसके बाद ये बड़वानी और खरगोन जिले के रास्ते इंदौर समेत पश्चिम मध्य प्रदेश के अन्य हिस्सों में प्रवेश करेगा।
तूफान के कारण बुधवार शाम से इंदौर, होशंगाबाद और उज्जैन संभागों में भारी बारिश होगी जो गुरुवार तक जारी रहेगी। इस दौरान हवा की गति 50 से 60 किमी प्रति घंटा रहने की संभावना है।